रांची, 30 जून 2025: झारखंड की मुख्य सचिव अलका तिवारी ने गिरिडीह जिले का दौरा किया और पर्यटन विकास को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी किए। उनके साथ पूर्व मुख्य सचिव डॉ. डी.के. तिवारी भी थे। यह दौरा गिरिडीह को पर्यटन के क्षेत्र में प्रमुख गंतव्य बनाने की दिशा में अहम कदम है।
मुख्य सचिव ने पारसनाथ पर्वत, जैन धर्म का पवित्र तीर्थ स्थल, का दौरा किया। उन्होंने वहां पर्यटकों के लिए स्वच्छता, आवास, परिवहन और सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर करने के निर्देश दिए। तिवारी ने कहा, “पारसनाथ धार्मिक और प्राकृतिक सौंदर्य का अनूठा संगम है। इसे विश्वस्तरीय पर्यटन स्थल बनाने की अपार संभावनाएं हैं।” इसके लिए स्थानीय समुदाय के साथ सतत विकास पर जोर दिया गया।
इसके बाद, उन्होंने खंडोली डैम और गिरिडीह वाटरफॉल का निरीक्षण किया। खंडोली डैम में बोटिंग और वाटर स्पोर्ट्स जैसी गतिविधियों को बढ़ावा देने के सुझाव दिए गए। वाटरफॉल के सौंदर्य को संरक्षित करने के लिए रास्तों, बैठने की व्यवस्था और सूचना केंद्र स्थापित करने के निर्देश दिए। पर्यावरण संरक्षण और पर्यटकों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने को कहा गया।
अलका तिवारी ने स्थानीय लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं और पर्यटन से रोजगार सृजन की संभावनाओं पर चर्चा की। 1988 बैच की आईएएस अधिकारी तिवारी, जिन्हें नवंबर 2024 में मुख्य सचिव नियुक्त किया गया, ने अपने अनुभव का लाभ उठाते हुए सटीक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने गिरिडीह को राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र पर स्थापित करने के लिए रोडमैप तैयार करने और समयबद्ध कार्य योजना प्रस्तुत करने का आदेश दिया। इस दौरे से गिरिडीह में पर्यटन और आर्थिक विकास को गति मिलने की उम्मीद है।