नई दिल्ली: ईरान और इजरायल के बीच गहराते तनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन से टेलीफोन पर बात की। इस वार्ता में दोनों नेताओं ने मध्य-पूर्व में तेजी से बिगड़ते हालात पर गंभीर चर्चा की। पीएम मोदी ने संवाद के माध्यम से शांति और स्थिरता की अपील दोहराई।
प्रधानमंत्री ने रविवार को एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर साझा किए गए एक संदेश में कहा, “ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन से टेलीफोन पर बातचीत की। हमने मौजूदा क्षेत्रीय हालात पर व्यापक चर्चा की। हाल ही में बढ़े तनाव पर गहरी चिंता जताई। भारत की ओर से मैंने तनाव कम करने और कूटनीति के रास्ते पर चलने का आह्वान किया।”
यह वार्ता उस समय हुई जब अमेरिका ने रविवार तड़के भारतीय समयानुसार सुबह 4:30 बजे ईरान के तीन प्रमुख परमाणु प्रतिष्ठानों—फोर्डो, नतांज और एस्फाहान—पर एयरस्ट्राइक की। इस हमले के बाद स्थिति और ज्यादा संवेदनशील हो गई है।
हमले के बाद अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि यह कार्रवाई ईरान की परमाणु क्षमता को खत्म करने के इरादे से की गई। उन्होंने दावा किया कि ईरान पिछले चार दशकों से अमेरिका के खिलाफ गतिविधियों में संलिप्त रहा है।
उधर, जवाबी कार्रवाई में ईरान ने रविवार सुबह इजरायल पर 30 से अधिक बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं। इजरायली रक्षा बलों (IDF) ने पुष्टि करते हुए बताया कि मिसाइल हमलों में तेल अवीव, हाइफा और यरुशलम जैसे प्रमुख शहर निशाना बने। हाइफा और तेल अवीव में कई धमाकों की आवाजें सुनी गईं।
IDF ने बताया कि उसकी वायु रक्षा प्रणाली ने अधिकांश मिसाइलों को रास्ते में ही नष्ट करने की कोशिश की। उन्होंने कहा, “हमने इजरायल की सीमा की ओर आ रही ईरानी मिसाइलों की एक और श्रृंखला को ट्रैक किया और जवाबी कार्रवाई की।”
गौरतलब है कि क्षेत्र में तनावपूर्ण हालात के बीच भारत ने शांति और संवाद का पक्ष लेते हुए अपनी सक्रिय भूमिका का संकेत दिया है।