तेहरान/नई दिल्ली: इजरायल के साथ चल रहे सैन्य तनाव के बीच शुक्रवार, 20 जून को ईरान के उत्तरी हिस्से में तेज़ भूकंप दर्ज किया गया, जिसके बाद देश में परमाणु परीक्षण को लेकर अटकलों का दौर शुरू हो गया। हालांकि विशेषज्ञों और अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों ने इन कयासों को बेबुनियाद बताया है।
सेमनान प्रांत में शुक्रवार को 5.1 तीव्रता का भूकंप आया, जिसकी गहराई करीब 10 किलोमीटर बताई गई है। भूकंप का केंद्र सेमनान शहर से 27 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में था। यह क्षेत्र ईरान के अंतरिक्ष और मिसाइल कार्यक्रमों से जुड़ा हुआ माना जाता है, जहां सेमनान स्पेस सेंटर और मिसाइल परीक्षण स्थल स्थित हैं।
भूकंप की टाइमिंग और स्थान को देखते हुए कई विश्लेषकों ने अनुमान लगाया कि यह किसी भूमिगत परमाणु परीक्षण का असर हो सकता है। खासकर ऐसे समय में जब ईरान और इजरायल के बीच सैन्य हमले बढ़े हैं और तेहरान ने अपने परमाणु कार्यक्रम को लेकर बातचीत से इनकार कर दिया है।
हालांकि, यूएस जियोलॉजिकल सर्वे (USGS), सीटीबीटीओ (CTBTO) और स्वतंत्र भूकंप विशेषज्ञों ने इन अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि यह भूकंप पूरी तरह प्राकृतिक था। भूकंपीय तरंगों के विश्लेषण से स्पष्ट हुआ कि इसमें किसी प्रकार के विस्फोट के संकेत नहीं मिले हैं।
ईरानी समाचार एजेंसी इरना ने जानकारी दी है कि इस भूकंप में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है, केवल कुछ स्थानों पर मामूली नुकसान दर्ज किया गया। गौरतलब है कि ईरान भूकंप संभावित क्षेत्र में स्थित है, जहां अरब और यूरेशियन टेक्टोनिक प्लेटें मिलती हैं। यहां हर साल औसतन 2,100 भूकंप आते हैं, जिनमें 15 से 20 की तीव्रता 5.0 या उससे अधिक होती है।
भले ही भूकंप की प्रकृति प्राकृतिक मानी गई हो, लेकिन संवेदनशील भौगोलिक और राजनीतिक परिस्थितियों में इसका आना कई तरह के सवाल जरूर खड़े करता है। फिलहाल अंतरराष्ट्रीय एजेंसियां स्थिति पर नज़र बनाए हुए हैं।