रांची: झारखंड में हुए बहुचर्चित शराब घोटाले की जांच में एक और बड़ी कार्रवाई सामने आई है। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने मंगलवार देर शाम राज्य के पूर्व उत्पाद आयुक्त एवं झारखंड स्टेट बेवरेज कॉरपोरेशन लिमिटेड (JSBCL) के पूर्व प्रबंध निदेशक अमित प्रकाश को गिरफ्तार कर लिया।
एसीबी सूत्रों के अनुसार, अमित प्रकाश से मंगलवार को सुबह से देर शाम तक लंबी पूछताछ की गई। पूछताछ के बाद मिले साक्ष्यों और दस्तावेजों के आधार पर उन्हें गिरफ्तार किया गया। अमित प्रकाश दिसंबर 2024 तक उत्पाद विभाग में आयुक्त पद पर कार्यरत थे, और इसी अवधि में JSBCL के एमडी का प्रभार भी संभाल रहे थे।
घोटाले की पृष्ठभूमि
शराब वितरण से जुड़े इस घोटाले में करोड़ों रुपये के गबन और ठेका प्रक्रिया में अनियमितता के आरोप हैं। एसीबी की जांच में यह सामने आया है कि राज्य भर में शराब दुकानों के संचालन में गड़बड़ी की गई और मनमाने ढंग से ठेके दिए गए। जांच एजेंसी का दावा है कि इसमें कई उच्च पदस्थ अधिकारियों और निजी एजेंसियों की मिलीभगत थी।
इससे पहले भी एसीबी ने इस मामले में कई अधिकारियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें वरिष्ठ आईएएस अधिकारी विनय कुमार चौबे, उत्पाद विभाग के संयुक्त आयुक्त गजेंद्र सिंह और JSBCL के वित्त पदाधिकारी सुधीर कुमार दास शामिल हैं। इन पर फर्जी बिल तैयार कर करोड़ों की वित्तीय अनियमितता का आरोप है।
अंतरराज्यीय तार
जांच एजेंसी को इस मामले के तार दिल्ली, हरियाणा और मध्य प्रदेश से भी जुड़ते मिले हैं। बताया जा रहा है कि शराब आपूर्ति और वितरण की आड़ में बड़ा नेटवर्क राज्य से बाहर तक सक्रिय था।
आगे की प्रक्रिया
एसीबी अमित प्रकाश को न्यायिक हिरासत में भेजने की तैयारी में है। साथ ही, उनके कार्यकाल के दौरान लिए गए सभी प्रशासनिक निर्णयों की जांच की जा रही है। एजेंसी अब उन अधिकारियों और ठेकेदारों की भूमिका की भी जांच कर रही है, जो इस घोटाले के अन्य पक्षकार हो सकते हैं।