रांची/रामगढ़: झारखंड में मानसून ने दस्तक दे दी है और राज्य के लगभग तीन-चौथाई हिस्से को अपनी चपेट में ले लिया है। मंगलवार को यह मौसमीय प्रणाली 18 जिलों में सक्रिय हो गई, जो हजारीबाग तक फैल चुकी है। मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले 24 घंटों में मानसून की रफ्तार और तेज होगी।
हालांकि पलामू, गढ़वा, चतरा सहित छह जिलों में अब भी मानसून का आगमन शेष है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक, इन जिलों में भी एक-दो दिनों के भीतर बारिश शुरू होने की संभावना है।
मौसम विभाग ने राज्य के कई जिलों के लिए 18 और 19 जून को भारी बारिश और वज्रपात की चेतावनी जारी की है। इस दौरान तेज हवा चलने की भी आशंका है। बारिश के साथ आकाशीय बिजली गिरने की घटनाएं जानलेवा साबित हो रही हैं। मंगलवार को राज्य में बिजली गिरने से छह लोगों की मौत हो गई, जबकि चार अन्य झुलस गए।
मौसम विभाग के अनुसार, झारखंड में मानसून आमतौर पर 15 से 20 जून के बीच प्रवेश करता है और इस बार यह समय पर पहुंचा है। गौरतलब है कि बीते वर्ष राज्य में मानसून 21 जून को पहुंचा था।
धनबाद जिले में सबसे अधिक वर्षा रिकॉर्ड की गई, जहां मंगलवार को 72 मिलीमीटर बारिश हुई। वहीं अन्य जिलों में भी हल्की से मध्यम बारिश का दौर जारी रहा।
मौसम विभाग ने 18 जून को भारी वर्षा को लेकर कई जिलों में रेड अलर्ट और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। रेड अलर्ट वाले जिलों में धनबाद, दुमका, जामताड़ा, पूर्वी सिंहभूम, सरायकेला-खरसावां, बोकारो और रामगढ़ शामिल हैं।
खूंटी, रांची, हजारीबाग, गिरिडीह, कोडरमा, देवघर और पश्चिमी सिंहभूम जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं गुमला, सिमडेगा, लोहरदगा, साहिबगंज, पाकुड़ और गोड्डा में यलो अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि खराब मौसम के दौरान सतर्क रहें और सुरक्षित स्थानों पर रहें।