दुबई: पश्चिम एशिया में हालात तेजी से बिगड़ते जा रहे हैं। इजरायल और ईरान के बीच सैन्य संघर्ष अब खुली जंग में तब्दील होता दिख रहा है। शनिवार को इजरायली रक्षामंत्री योआव गैलेंट (या इजरायल काट्ज, नाम अपडेट के अनुसार) ने तीखी चेतावनी देते हुए कहा कि यदि ईरान ने मिसाइल हमले जारी रखे, तो उसकी राजधानी तेहरान को पूरी तरह नष्ट कर दिया जाएगा।
इजरायल के सैन्य प्रवक्ता के अनुसार, हालिया एयरस्ट्राइक्स में ईरान के नौ प्रमुख परमाणु वैज्ञानिक मारे गए हैं। बताया गया है कि ये सभी ईरान के परमाणु हथियार कार्यक्रम की रीढ़ थे। यह हमला “ऑपरेशन राइजिंग लायन” के तहत किया गया, जो ईरानी परमाणु क्षमताओं को कमजोर करने की एक बड़ी सैन्य कार्रवाई है।
ईरानी हमले में इजरायल को नुकसान
ईरानी हमलों के जवाब में, इजरायल ने दावा किया है कि शुक्रवार रात से अब तक ईरान ने 200 से अधिक बैलिस्टिक मिसाइलें दागी हैं। इनमें से अधिकांश को इजरायल की आयरन डोम डिफेंस सिस्टम ने हवा में ही नष्ट कर दिया, लेकिन कुछ मिसाइलें रक्षा प्रणाली को चकमा देकर तेल अवीव, रमत गन और रिशोन लीज़ियन जैसे इलाकों में आ गिरीं, जिससे जनहानि और संपत्ति को नुकसान हुआ। इन हमलों में कम से कम तीन नागरिकों की मौत और 70 से अधिक लोगों के घायल होने की पुष्टि की गई है।
सेना की तैयारियां और पलटवार
इजरायली सेना ने कहा कि उसकी सभी सैन्य ठिकाने और वायुसेना के अड्डे पूरी तरह से सक्रिय हैं और पलटवार के लिए तैयार हैं। वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने पहले ही तेहरान की वायु रक्षा प्रणालियों पर हमले शुरू कर दिए हैं।
ईरान का जवाबी हमला और बड़ा दावा
ईरान ने भी शनिवार को इजरायल पर मिसाइल और ड्रोन हमलों की पुष्टि की है। सरकारी सूत्रों के अनुसार, इन हमलों में कम से कम 3 लोगों की मौत और कई लोग घायल हुए हैं। ईरान का दावा है कि इजरायली हमलों में उसके 78 नागरिक मारे गए हैं और 320 से अधिक घायल हुए हैं।
संयुक्त राष्ट्र में ईरान के स्थायी प्रतिनिधि ने कहा कि इजरायल ने ईरान की आत्मनिर्भरता और रक्षा क्षमता को कमजोर करने के लिए वैज्ञानिकों और सैन्य अधिकारियों को निशाना बनाया है।
तनाव की स्थिति और आगे की चेतावनी
इजरायली रक्षामंत्री ने साफ कहा है कि यदि ईरान के सर्वोच्च नेता अली खामेनेई इजरायल पर हमले बंद नहीं करते, तो उनके देश को इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि ईरान का शासन नागरिकों को ढाल बनाकर अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन कर रहा है।
पश्चिम एशिया में यह संघर्ष अब एक बड़े युद्ध की ओर बढ़ रहा है। दोनों देशों के बीच बढ़ता तनाव न केवल क्षेत्रीय शांति को खतरे में डाल रहा है, बल्कि वैश्विक स्थिरता के लिए भी एक गंभीर चुनौती बन चुका है। अब अंतरराष्ट्रीय समुदाय की निगाहें संयुक्त राष्ट्र और प्रमुख शक्तियों पर टिकी हैं कि वे इस संकट को कैसे नियंत्रित करते हैं।