लंदन: क्रिकेट के ऐतिहासिक लॉर्ड्स मैदान पर साउथ अफ्रीका ने शुक्रवार को एक नया अध्याय लिख दिया। आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2023-25 के फाइनल मुकाबले में अफ्रीकी टीम ने ऑस्ट्रेलिया को पांच विकेट से हराकर पहली बार टेस्ट चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया। यह जीत दक्षिण अफ्रीका के लिए खास इसलिए भी रही क्योंकि उसने 27 वर्षों बाद कोई आईसीसी खिताब अपने नाम किया है। इससे पहले दक्षिण अफ्रीका ने वर्ष 1998 में विल्स इंटरनेशनल कप जीता था।
मैच में ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 212 रन बनाए थे, जिसके जवाब में साउथ अफ्रीका की पहली पारी महज 138 रनों पर सिमट गई। इस आधार पर ऑस्ट्रेलिया को 74 रन की अहम बढ़त मिली। हालांकि दूसरी पारी में कंगारू टीम केवल 207 रन ही बना सकी, जिससे अफ्रीका को 282 रन का लक्ष्य मिला।
यह लक्ष्य कठिन जरूर था लेकिन एडन मारक्रम की बेहतरीन पारी ने राह आसान कर दी। उन्होंने पहली पारी की नाकामी को पीछे छोड़ते हुए दूसरी पारी में 136 रन की शानदार पारी खेली। उनकी इस पारी ने मैच का रुख पलट दिया और उन्हें मैदान पर मौजूद हर खिलाड़ी से प्रशंसा मिली। मारक्रम की इस पारी को लंबे समय तक याद किया जाएगा।
मारक्रम के आउट होने के बाद डेविड बेडिंघम (नाबाद 21) और विकेटकीपर काइल वेरेन (नाबाद 4) ने टीम को जीत तक पहुंचाया। जीत का यह क्षण दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज हो गया है।
पहली पारी में पिछड़ने के बाद भी जिस तरह साउथ अफ्रीका ने वापसी की, वह टीम के जज़्बे और संघर्ष को दर्शाता है। ऑस्ट्रेलिया जैसे मजबूत प्रतिद्वंद्वी को फाइनल में हराकर ट्रॉफी उठाना अफ्रीकी टीम के आत्मविश्वास को और ऊंचाई देगा।
इस ऐतिहासिक जीत के साथ साउथ अफ्रीका ने न केवल आईसीसी ट्रॉफी का सूखा खत्म किया, बल्कि यह भी जता दिया कि टेस्ट क्रिकेट में उसकी ताकत आज भी बरकरार है।