गया/इमामगंज: हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) की विधायक दीपा मांझी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा है। माउंटेन मैन दशरथ मांझी के घर राहुल गांधी के दौरे को लेकर दीपा मांझी ने तंज कसते हुए कहा कि अब दलित समाज कांग्रेस के झांसे में नहीं आने वाला। उन्होंने कहा कि आज दलितों का भरोसा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर है।
दीपा मांझी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट कर राहुल गांधी की दलितों के प्रति संवेदनशीलता पर सवाल उठाया। उन्होंने लिखा, “राहुल गांधी आज हर गली-मोहल्ले में जाकर खुद को दलितों और पिछड़ों का मसीहा बताने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन यह दिखावा अब बेअसर है। जब आपके परिवार के लोग सत्ता में थे चाहे वह आपकी दादी हों, पिता हों या मां तब दलितों के लिए क्या किया गया?”
उन्होंने आगे कहा कि दशरथ मांझी जैसे वीरों की आज याद आ रही है, लेकिन जब उनके संघर्ष के समय मदद की जरूरत थी, तब कोई सामने नहीं आया। दीपा मांझी ने पूछा कि क्या कांग्रेस ने कभी दलितों के लिए जातिगत जनगणना की पहल की? क्या किसी मांझी को राज्यसभा भेजा गया? क्या कोई ठोस योजना दलितों के लिए कांग्रेस सरकार में शुरू की गई?
विधायक ने कांग्रेस शासनकाल की आलोचना करते हुए कहा कि उस दौर में दलित बेटियों को शौच के लिए जंगल जाना पड़ता था और उनकी सुरक्षा खतरे में रहती थी। लेकिन आज प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना से दलित परिवारों को रसोई गैस कनेक्शन मिला है और हर घर में शौचालय भी बना है।
दीपा मांझी ने कहा, “राहुल गांधी अब फिर से दलितों की दुहाई देकर वोट मांगने निकले हैं, लेकिन देश और बिहार का दलित समाज अब जागरूक हो चुका है। अब वह केवल नारे नहीं, काम देखता है। उन्हें पता है कि उनका विकास किसके नेतृत्व में हो सकता है।”
अंत में उन्होंने कहा, “गांव में एक कहावत है- ‘फेर मुरली बेल तर’ यानी बार-बार की बातें अब असर नहीं करतीं। अब दलित न तो कांग्रेस के झांसे में आएगा और न ही खोखले वादों में। वह आज नरेंद्र मोदी, नीतीश कुमार और जीतन राम मांझी जैसे नेताओं के साथ मजबूती से खड़ा है।”