चंडीगढ़: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा दिए गए एक बयान ने सियासी हलकों में गर्माहट पैदा कर दी है। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ अभियान पर तंज कसते हुए कहा, “क्या अब यह ‘वन नेशन, वन हसबैंड’ योजना है?” उनका यह बयान लुधियाना उपचुनाव के संदर्भ में सामने आया है, जिससे राजनीतिक बवाल मच गया।
मुख्यमंत्री मान ने कथित रूप से बीजेपी के ‘घर-घर सिंदूर’ अभियान का मजाक उड़ाते हुए सवाल किया, “क्या अब मोदी के नाम का सिंदूर लगाया जाएगा?” उनके इस कटाक्ष को लेकर बीजेपी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है और इसे बेहद आपत्तिजनक और भारत विरोधी करार दिया है।
बीजेपी का पलटवार: ‘शहीदों और प्रतीकों का अपमान’
भाजपा प्रवक्ता प्रीतपाल सिंह बलियावाल ने मुख्यमंत्री के बयान को ‘संवेदनहीन’ और ‘निंदनीय’ बताया। उन्होंने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ उन महिलाओं की याद में शुरू किया गया था, जिन्हें आतंकियों ने सिंदूर के आधार पर निशाना बनाया। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह अभियान आतंकवाद के खिलाफ एक भावनात्मक जवाब था।
प्रवक्ता के अनुसार, सिंदूर हिंदू संस्कृति में विवाहित महिलाओं की पहचान है और उसका मजाक बनाना केवल एक धार्मिक प्रतीक का ही नहीं, बल्कि पीड़ित परिवारों का भी अपमान है।
‘विपक्ष की असल सोच उजागर’
बीजेपी नेता प्रदीप भंडारी ने कहा कि सीएम मान की यह टिप्पणी विपक्ष की मानसिकता को उजागर करती है। “यह बयान राष्ट्र विरोधी सोच को दर्शाता है। जिन मुद्दों पर एकजुटता की आवश्यकता है, उन पर भी विपक्ष तंज कसने से पीछे नहीं हटता,” उन्होंने कहा।
‘देश नहीं करेगा माफ’ – रवनीत बिट्टू
केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने भी आम आदमी पार्टी और मुख्यमंत्री मान पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री का यह बयान बेहद घटिया सोच का परिचायक है। क्या आप पाकिस्तान समर्थक भावना रखने वाले बयान देंगे? देश के प्रधानमंत्री को लेकर जो भाषा उपयोग की गई, उसके लिए देश आपको कभी माफ नहीं करेगा।”
बीजेपी ने ‘घर-घर सिंदूर’ अभियान की खबर को बताया फर्जी
इस बीच भाजपा ने ‘घर-घर सिंदूर बांटने’ की खबरों को फर्जी बताते हुए खंडन जारी किया है। पार्टी ने स्पष्ट किया कि ऐसा कोई आधिकारिक अभियान निर्धारित नहीं किया गया है और यह केवल अफवाहों पर आधारित खबर है।