भारत की जवाबी कार्रवाई: ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में पाकिस्तान के कई आतंकी ठिकाने तबाह, डोजियर में पाक ने खुद मानी तबाही

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नई दिल्ली : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत ने व्यापक सैन्य कार्रवाई करते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में आतंकी ढांचे पर जोरदार हमला किया। इस कार्रवाई में कम से कम नौ आतंकवादी अड्डों को नष्ट किया गया।

ताजा रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान सरकार द्वारा जारी किए गए एक आधिकारिक डोजियर में भारत की इस सैन्य कार्रवाई से हुए बड़े नुकसान की पुष्टि की गई है। इस डोजियर में यह भी उल्लेख है कि भारत ने सार्वजनिक रूप से जिन ठिकानों का ज़िक्र नहीं किया था, उनके अतिरिक्त कम से कम आठ और स्थानों को निशाना बनाया गया।

पाकिस्तानी डोजियर में पेश की गई सैटेलाइट तस्वीरों से खुलासा हुआ है कि भारतीय वायुसेना के हमले पेशावर, झंग, सिंध के हैदराबाद, पंजाब के गुजरात, गुजरांवाला, बहावलनगर, अटक और छोर जैसे क्षेत्रों में हुए। यह दस्तावेज़ पाकिस्तान द्वारा तत्काल संघर्षविराम की मांग के पीछे की गंभीरता को रेखांकित करता है।

बताया जाता है कि 7 मई को अंजाम दिए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में 100 से अधिक आतंकियों को मार गिराया गया था। भारतीय सेना, वायुसेना और विदेश मंत्रालय द्वारा संयुक्त प्रेस वार्ता में इन हमलों की पुष्टि की गई थी। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में विदेश सचिव विक्रम मिस्री, वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह और सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी ने हिस्सा लिया था। प्रेस वार्ता में आतंकियों के ठिकानों पर हमलों के वीडियो फुटेज भी दिखाए गए थे।

डोजियर के अनुसार, जिन आतंकी ठिकानों पर हमले किए गए उनमें बहावलपुर का ‘मरकज सुभान अल्लाह’, मुरीदके का ‘मरकज तैयबा’, सरजाल/तेहरा कलां, महमूना जोया सियालकोट, बरनाला स्थित ‘मरकज अहले हदीस’, भिम्बर व कोटली जिले के ‘मरकज अब्बास’ व ‘मस्कर राहील शाहिद’ और मुजफ्फराबाद का शावई नाला कैम्प व ‘मरकज सैयदना बिलाल’ शामिल हैं।

सूत्रों के अनुसार, इस पूरे ऑपरेशन की निगरानी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं कर रहे थे। वे पूरी रात राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और सैन्य नेतृत्व के साथ लगातार संपर्क में रहे, जिससे सुनिश्चित हो सके कि अभियान पूरी योजना के अनुसार अंजाम दिया जाए।