जमशेदपुर: लौहनगरी जमशेदपुर के सिदगोड़ा क्षेत्र स्थित दस नंबर बस्ती से एक दर्दनाक खबर सामने आई है। यहां डीएवी पब्लिक स्कूल, बिष्टुपुर में पढ़ने वाले कक्षा नौ के छात्र की अचानक हृदयगति रुकने से मौत हो गई। महज 14 वर्षीय साईं, अपने माता-पिता की इकलौती संतान था।
शुक्रवार की सुबह लगभग साढ़े आठ बजे वह रोजाना की तरह शौचालय गया था। लौटने के कुछ देर बाद उसने सिर में तेज़ दर्द की शिकायत की। परिजन तुरंत उसे इलाज के लिए बारीडीह स्थित मर्सी अस्पताल लेकर पहुंचे। वहां उसकी हालत तेजी से बिगड़ने लगी। डॉक्टरों ने ऑक्सीजन देने की कोशिश की, लेकिन वह बेहोश हो गया। स्थिति गंभीर देखते हुए उसे तुरंत टाटा मेन हॉस्पिटल (टीएमएच) रेफर किया गया।
परिजन उसे तत्काल टीएमएच लेकर पहुंचे, लेकिन जांच के बाद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिवार के सदस्य सच्चिदानंद के अनुसार, डॉक्टरों ने बताया कि मौत का कारण कार्डियक अरेस्ट था।
इस अप्रत्याशित घटना से परिजन सदमे में हैं, वहीं चिकित्सक भी हैरान हैं कि इतनी कम उम्र में हार्ट अटैक कैसे हो सकता है। सदर अस्पताल के डॉक्टर रंजीत पांडा ने बताया कि किशोरावस्था में हृदयाघात की संभावना बेहद दुर्लभ होती है। इसके पीछे तनाव, असंतुलित खानपान और अत्यधिक शारीरिक श्रम जैसे कारण हो सकते हैं।
मूल रूप से बिहार के वैशाली जिले के माधोपुर गांव निवासी साईं के पिता विजय नंदन जमशेदपुर में ठेकेदारी का काम करते हैं। बेटे की असामयिक मौत ने पूरे परिवार और मोहल्ले को शोक में डुबो दिया है।