कोलकाता: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार में गुरुवार को दिए गए भाषण पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। राज्य सचिवालय ‘नबान्न’ में आयोजित एक प्रेस वार्ता में मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री के वक्तव्य को आड़े हाथों लेते हुए कई तीखे सवाल खड़े किए।
ममता बनर्जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जिस तरह से भाषण दे रहे थे, वह ऐसा प्रतीत हो रहा था मानो वे देश की हर महिला के निजी जीवन में हस्तक्षेप कर रहे हों। उन्होंने कहा, “आप महिलाओं की बात करते हैं, लेकिन क्या आपने अपनी पत्नी को वह सम्मान दिया है, जिसकी बात आप सार्वजनिक मंचों से करते हैं?” ममता ने जोर देते हुए कहा कि वे इस मुद्दे पर टिप्पणी नहीं करना चाहती थीं, लेकिन पीएम की भाषा और रवैये ने उन्हें ऐसा करने को बाध्य कर दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा, “सिंदूर भारतीय परंपरा में एक पवित्र प्रतीक है, जो महिलाओं के वैवाहिक जीवन से जुड़ा होता है। ऐसे मामलों में बयानबाजी करना शोभा नहीं देता। हर महिला का सम्मान जरूरी है, और उनका निजी जीवन उनके अधिकार क्षेत्र में आता है।”
प्रधानमंत्री के अलीपुरद्वार संबोधन में की गई टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया देते हुए ममता बनर्जी ने चुनौती दी, “अगर उनमें साहस है, तो वे तुरंत चुनाव कराएं। हम पूरी तरह तैयार हैं।” उन्होंने आगे कहा कि पीएम मोदी केवल चुनाव से पहले ही बंगाल की जनता को गुमराह करने आते हैं, जबकि देश के अन्य हिस्सों की गंभीर समस्याओं पर उनका कोई ध्यान नहीं जाता। “आप मणिपुर क्यों नहीं गए, जहां लंबे समय से हालात बिगड़े हुए हैं?” ममता ने सवाल उठाया।
सीएम ने प्रधानमंत्री पर विपक्ष को नीचा दिखाने की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि जब देश के विपक्षी नेता अंतरराष्ट्रीय मंचों पर आतंकवाद और मानवाधिकारों के मुद्दों पर आवाज उठा रहे हैं, तब देश का प्रधानमंत्री केवल विरोधियों पर हमले करने में व्यस्त हैं।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने मनरेगा (100 दिनों के रोजगार) और प्रधानमंत्री आवास योजना जैसी महत्वपूर्ण योजनाओं के तहत राज्य को फंड नहीं दिया है, जिससे गरीब जनता प्रभावित हुई है।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी ने अपने 32 मिनट के भाषण में “ऑपरेशन सिंदूर”, राज्य सरकार के कथित भ्रष्टाचार, पाकिस्तान, और केंद्र की नीतियों की चर्चा करते हुए तृणमूल सरकार पर गंभीर आरोप लगाए थे।