प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगामी पश्चिम बंगाल दौरे से पहले राजनीतिक तापमान और चढ़ गया है। इस बार विवाद की वजह बने हैं राज्य सरकार के मंत्री उदयन गुहा, जिन्होंने एक सरकारी कार्यक्रम के दौरान बिना नाम लिए प्रधानमंत्री मोदी पर टिप्पणी की।
गुहा ने अपने बयान में कहा, “जो पहले चाय का धंधा करते थे, अब सिंदूर बेचने में लगे हैं और उसके प्रचार के लिए अलीपुरद्वार तक आ पहुंचे हैं।” उनके इस बयान के बाद सियासी हलचल तेज हो गई है।
बीजेपी का पलटवार टीएमसी को कहा ‘मीर जाफर कंपनी’
भाजपा नेता शहजाद पूनावाला ने इस टिप्पणी पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए तृणमूल कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा, “अब टीएमसी का मतलब ‘तृणमूल कांग्रेस’ नहीं रहा, बल्कि वह ‘मीर जाफर कंपनी’ बन चुकी है। उदयन गुहा के बयान से न सिर्फ भारत की सैन्य ताकत का अपमान हुआ है, बल्कि उस मेहनतकश तबके का भी मज़ाक उड़ाया गया है जो चाय बेचने जैसे छोटे कारोबार से जीवन चलाता है।”
पूनावाला ने आगे कहा, “जिस दिन सेना ने आतंकियों के खिलाफ साहसिक अभियान चलाकर नौ आतंकी ठिकानों और 11 सैन्य बेस को ध्वस्त किया, उस दिन ऐसे बयान शर्मनाक हैं। सेना के पराक्रम पर सवाल खड़े करना और उसकी तुलना सिंदूर बेचने से करना राष्ट्र का अपमान है।”
टीएमसी ने बयान से बनाई दूरी
विवाद बढ़ने के बाद तृणमूल कांग्रेस ने मंत्री उदयन गुहा के बयान से किनारा कर लिया है। पार्टी ने कहा है कि उनके विचार पार्टी की आधिकारिक राय नहीं दर्शाते। यह बयान उस वक्त आया जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद पहली बार उत्तर बंगाल के दौरे पर आ रहे हैं।
अलीपुरद्वार में पीएम की सभा को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं और लोगों में खासा उत्साह देखा जा रहा है।