रांची: झारखंड सरकार ने राज्य के पुलिस महकमे में बड़े पैमाने पर प्रशासनिक फेरबदल किया है। जारी अधिसूचना के अनुसार, कुल 48 आईपीएस अधिकारियों का तबादला कर नई जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। यह कदम प्रशासनिक कार्यक्षमता बढ़ाने और कानून व्यवस्था को और मजबूत करने के उद्देश्य से उठाया गया है। इनमें कई वरिष्ठ अधिकारियों को महत्वपूर्ण पदों पर नई जिम्मेदारी दी गई है।
प्रमुख तबादलों में तदाशा मिश्रा, जो अब तक अपर पुलिस महानिदेशक, रेल के पद पर कार्यरत थीं, को विशेष सचिव, गृह कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग के पद पर भेजा गया है। वहीं, संजय ए. लाठकर को रेल पुलिस का नया एडीजी बनाया गया है। टी. कंदसामी को एडीजी अभियान की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
प्रिया दूबे को अतिरिक्त प्रभार के साथ एडीजी मुख्यालय और प्रशिक्षण एवं आधुनिकीकरण की जिम्मेदारी दी गई है। वहीं, मनोज कौशिक को आईजी मुख्यालय से हटाकर रांची परिक्षेत्र का आईजी बनाया गया है।
अखिलेश कुमार झा को रांची के आईजी से हटाकर हजारीबाग स्थित पुलिस अकादमी का निदेशक नियुक्त किया गया है। इसी प्रकार अमोल होमकर को आईजी (रेल), माइकल राज एस. को आईजी (अभियान), और क्रांति कुमार गडिदेशी को बोकारो का आईजी नियुक्त किया गया है।
विशेष शाखा, भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, सीआईडी, और एसआईबी जैसे महत्वपूर्ण विभागों में भी व्यापक बदलाव किए गए हैं। संजीव कुमार को हजारीबाग से स्थानांतरित कर एसीबी का डीआईजी बनाया गया है, जबकि वाई एस रमेश को पलामू से एससीआरबी का प्रभार सौंपा गया है।
वरिष्ठ अधीक्षक स्तर पर भी बड़े पैमाने पर बदलाव हुए हैं। धनबाद, जमशेदपुर, चतरा, सिमडेगा, हजारीबाग, पाकुड़, लोहरदगा, खूंटी, गढ़वा, गुमला, और पश्चिमी सिंहभूम सहित कई जिलों के एसपी बदले गए हैं।
प्रमुख नियुक्तियों में शामिल हैं:
• प्रभात कुमार अब धनबाद के वरीय पुलिस अधीक्षक होंगे।
• पियूष पाण्डेय को जमशेदपुर का एसएसपी नियुक्त किया गया है।
• अजीत कुमार को रांची नगर का एसपी बनाया गया है।
• ऋत्विक श्रीवास्तव, जो चतरा में एएसपी (अभियान) थे, अब धनबाद नगर के एसपी होंगे।
सरकार द्वारा जारी आदेश में स्पष्ट कहा गया है कि जिन अधिकारियों को नई पोस्टिंग नहीं दी गई है, वे तुरंत पुलिस मुख्यालय, रांची में योगदान सुनिश्चित करें।
इस व्यापक तबादले से पुलिस प्रशासन में नई ऊर्जा के संचार की उम्मीद की जा रही है। सरकार का मानना है कि इससे राज्य में कानून व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ बनाया जा सकेगा।