UN में भारत का पाकिस्तान पर तीखा प्रहार: “निर्दोषों की हत्या और धार्मिक स्थलों पर हमलों के बाद उपदेश देना पाखंड है

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नई दिल्ली/न्यूयॉर्क – संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में भारत ने पाकिस्तान की दोहरी नीति और पाखंडी रवैये पर कड़ा प्रहार किया। भारत ने स्पष्ट कहा कि जो देश आतंकवादियों और नागरिकों में अंतर नहीं करता, उसे नागरिकों की सुरक्षा पर उपदेश देने का कोई अधिकार नहीं है।

भारत के स्थायी प्रतिनिधि पार्वथानेनी हरीश ने शुक्रवार को कहा, “मैं पाकिस्तान के प्रतिनिधि द्वारा लगाए गए निराधार आरोपों का उत्तर देने के लिए बाध्य हूं।” उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की सेना ने इस महीने जानबूझकर भारत के सीमावर्ती गांवों को निशाना बनाते हुए गोलाबारी की, जिसमें निर्दोष नागरिकों की जान गई और धार्मिक स्थलों को भी क्षतिग्रस्त किया गया।

कश्मीर मुद्दे पर भड़का पाकिस्तान, भारत ने दिया करारा जवाब

इससे पहले, पाकिस्तान के प्रतिनिधि असीम इफ्तिखार अहमद ने कश्मीर का मुद्दा उठाते हुए हाल के भारत-पाक संघर्षों का उल्लेख किया। इसके जवाब में हरीश ने दो टूक कहा कि भारत दशकों से पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का शिकार रहा है – चाहे वह 2008 का 26/11 मुंबई हमला हो या अप्रैल 2025 में पहलगाम में हुए आतंकी हमले में निर्दोष पर्यटकों की निर्मम हत्या।

पाकिस्तान आतंकवाद को देता है बढ़ावा”

भारत ने संयुक्त राष्ट्र में कहा कि पाकिस्तान ने बार-बार आतंकवादियों को शरण दी है और आम नागरिकों को ढाल बनाकर आतंकवाद को बढ़ावा दिया है। हरीश ने खुलासा किया कि हाल ही में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान मारे गए आतंकियों के अंतिम संस्कार में पाकिस्तान के उच्च स्तरीय सरकारी, सैन्य और पुलिस अधिकारी उपस्थित थे।

उन्होंने कहा, “एक ऐसा देश जो आतंकियों और आम नागरिकों में फर्क नहीं करता, उसका नागरिकों की सुरक्षा की बात करना अंतरराष्ट्रीय समुदाय का अपमान है।”

अंतरराष्ट्रीय समुदाय को दिखानी होगी सख्ती

भारत ने जोर देकर कहा कि आतंकवाद को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए और जो देश इसे बढ़ावा देते हैं या उसका समर्थन करते हैं, उन्हें अंतरराष्ट्रीय मंचों से बाहर किया जाना चाहिए।

हरीश ने कहा, “संयुक्त राष्ट्र और वैश्विक समुदाय को नागरिकों की सुरक्षा, उनके अधिकारों और गरिमा की रक्षा के लिए ठोस और समयबद्ध कदम उठाने होंगे। नागरिकों की सुरक्षा को घोषित आतंकवादियों के संरक्षण के औचित्य के रूप में पेश नहीं किया जा सकता।”

22 अप्रैल को हुआ था पहलगाम हमला, जवाब में चला ‘ऑपरेशन सिंदूर’

22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान गई थी। इसके जवाब में भारत ने छह मई की रात ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चलाते हुए पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर और पाकिस्तान में स्थित नौ आतंकी शिविरों को नष्ट किया। इसके बाद 8, 9 और 10 मई को पाकिस्तान ने भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की नाकाम कोशिश की।