नई दिल्ली, 22 मई जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के खिलाफ केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने भ्रष्टाचार के एक गंभीर मामले में चार्जशीट दाखिल की है। मामला जम्मू-कश्मीर के किरू हाइड्रो इलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट में कथित भ्रष्टाचार से जुड़ा है, जब मलिक वहां के राज्यपाल पद पर आसीन थे।
CBI द्वारा दाखिल की गई चार्जशीट में सत्यपाल मलिक के अलावा उनके दो निजी सचिवों और चार अन्य लोगों को भी आरोपी बनाया गया है। जांच एजेंसी ने इन सभी के खिलाफ साक्ष्य जुटाने के बाद अदालत में चार्जशीट प्रस्तुत की है।
CBI की इस बड़ी कार्रवाई के तुरंत बाद खबर आई कि सत्यपाल मलिक की तबीयत अचानक बिगड़ गई, जिसके चलते उन्हें नई दिल्ली के डॉ. राममनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनके आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर अस्पताल से उनकी तस्वीर साझा की गई है, जिसमें लिखा गया है।
“नमस्कार साथियों। मेरे बहुत से शुभचिंतकों के फ़ोन आ रहे हैं जिन्हें उठाने में मैं असमर्थ हूं। अभी मेरी हालत बहुत खराब है। मैं फिलहाल राममनोहर लोहिया अस्पताल दिल्ली में भर्ती हूं और किसी से भी बात करने की हालत में नहीं हूं।”
सूत्रों के अनुसार, किरू पनबिजली परियोजना में ठेके देने के दौरान भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं। सत्यपाल मलिक ने अपने पूर्व वक्तव्यों में खुद इस परियोजना में अनियमितताओं की बात मानी थी, लेकिन उन्होंने किसी गलत कार्य में संलिप्तता से इनकार किया था।
CBI द्वारा दाखिल चार्जशीट के बाद राजनीतिक गलियारों में भी हलचल बढ़ गई है। विपक्षी दलों ने इस कार्रवाई को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है, वहीं सरकार समर्थक इसे न्यायिक प्रक्रिया का हिस्सा बता रहे हैं।
फिलहाल, सत्यपाल मलिक की तबीयत को देखते हुए उनके खिलाफ आगामी कानूनी प्रक्रिया पर कुछ समय के लिए विराम लग सकता है। अस्पताल प्रशासन ने उनकी हालत को ‘स्थिर लेकिन गंभीर’ बताया है।
यह मामला आने वाले दिनों में देश की राजनीति और प्रशासनिक पारदर्शिता के लिहाज़ से महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है।