जावेद अख्तर बोले – “नरक जाना मंज़ूर, लेकिन पाकिस्तान नहीं”, दोनों ओर की कट्टर सोच से नाराज़

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मुंबई – मशहूर गीतकार और पटकथा लेखक जावेद अख्तर ने एक बार फिर अपने बेबाक विचारों से सुर्खियां बटोरी हैं। शिवसेना नेता संजय राउत की पुस्तक ‘नरकातला स्वर्ग’ के विमोचन समारोह में बोलते हुए अख्तर ने भारत-पाकिस्तान संबंधों और दोनों ओर की कट्टर सोच पर तीखी टिप्पणी की।

जावेद अख्तर ने कहा, “अगर मुझे पाकिस्तान और नरक में से किसी एक को चुनना पड़े, तो मैं नरक जाना पसंद करूंगा।” उन्होंने बताया कि किस तरह भारत में कुछ लोग उन्हें पाकिस्तान भेजने की बात करते हैं, तो वहीं पाकिस्तान में उन्हें ‘काफ़िर’ कहा जाता है।

उन्होंने यह भी कहा कि जब कोई सिर्फ़ एक पक्ष की आलोचना करता है, तो उसे एकतरफा गालियां मिलती हैं, लेकिन जब दोनों पक्षों की बात की जाती है, तब दुगनी आलोचना का सामना करना पड़ता है। “मेरे एक्स (पूर्व में ट्विटर) और व्हाट्सऐप पर भारत और पाकिस्तान, दोनों ओर के कट्टरपंथियों के संदेश आते रहते हैं। हालांकि, कई लोग मेरी बातों की सराहना भी करते हैं,” अख्तर ने जोड़ा।

इस मौके पर उन्होंने अपनी शुरुआती ज़िंदगी को भी याद किया। उन्होंने बताया कि वह जब साढ़े उन्नीस साल के थे, तभी से मुंबई उनकी कर्मभूमि बन गई थी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जब कोई व्यक्ति सामाजिक या राजनीतिक मुद्दों पर खुलकर राय देता है, तो उसे आलोचनाओं के लिए तैयार रहना चाहिए।

जावेद अख्तर के इस बयान पर सोशल मीडिया पर भी तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। कुछ लोग उनके साहस की प्रशंसा कर रहे हैं, तो कुछ उनकी आलोचना कर रहे हैं।