प्रयागराज के नैनी थाना क्षेत्र स्थित डीडीएस कान्वेंट स्कूल में 16 मई 2025 को दिल दहला देने वाली एक घटना सामने आई। महज चार वर्ष के नर्सरी छात्र शिवाय जायसवाल की दो शिक्षिकाओं द्वारा की गई कथित पिटाई के चलते मौत हो गई।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि शिवाय के सिर पर गंभीर चोटें थीं, उसका मुंह दबाया गया था जिससे उसकी सांस रुक गई और उसके नाजुक अंग से भी खून निकल रहा था। इस वीभत्स घटना के बाद मृतक के पिता वीरेंद्र जायसवाल की तहरीर पर नैनी पुलिस ने दो अज्ञात शिक्षिकाओं के विरुद्ध गैरइरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है।
शिवाय के बड़े भाई सुमित, जो उसी स्कूल में कक्षा दो का छात्र है, ने पुलिस को बताया कि शिवाय स्कूल में रो रहा था। दो शिक्षिकाएं उसे सुमित की कक्षा में लाकर बेंच पर बैठा गईं। रोना बंद न करने पर उन्होंने उसे थप्पड़ मारे और डंडे से पीटा। सुमित के अनुसार शिक्षिकाओं ने शिवाय की कमर और गर्दन पर डंडे से कई वार किए, उसका मुंह दबाया और जब उसने पानी मांगा तो नहीं दिया गया।
शिवाय का सिर बेंच से टकरा गया, जिससे उसके मुंह और नाक से खून बहने लगा। वह करीब 10 मिनट तक तड़पता रहा और अंततः शांत हो गया।
गुरुवार सुबह 10:13 बजे वीरेंद्र को स्कूल से फोन आया कि शिवाय बेहोश हो गया है। जब वे अस्पताल पहुंचे, तो डॉक्टरों ने शिवाय को मृत घोषित कर दिया। नैनी इंस्पेक्टर बृजकिशोर गौतम के अनुसार, नाजुक अंग से खून निकलने की वजह डंडे की मार हो सकती है, परंतु फिलहाल किसी यौन उत्पीड़न की पुष्टि नहीं हुई है। बिसरा सुरक्षित कर लिया गया है और जांच जारी है।
घटना के बाद स्कूल में ताला लगा हुआ है, और प्रबंधन तथा शिक्षिकाओं के मोबाइल फोन बंद हैं। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) प्रवीण तिवारी ने मामले की जांच खंड शिक्षा अधिकारी को सौंप दी है।
यह दर्दनाक घटना न सिर्फ स्कूल प्रबंधन की लापरवाही को उजागर करती है, बल्कि मासूम बच्चों की सुरक्षा पर भी गंभीर सवाल खड़े करती है।