नई दिल्ली। कांग्रेस सूत्रों ने बुधवार को कहा कि पार्टी के भीतर सभी को अपनी राय रखने की स्वतंत्रता है, लेकिन लोकसभा सांसद शशि थरूर ने भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को लेकर दिए गए अपने बयानों से “लक्ष्मण रेखा” पार कर दी है।
सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस आलाकमान ने नेताओं को स्पष्ट हिदायत दी है कि इस संवेदनशील मुद्दे पर वे अपनी व्यक्तिगत राय व्यक्त करने के बजाय पार्टी की आधिकारिक लाइन का पालन करें।
वरिष्ठ नेताओं की बैठक के बाद एक पार्टी सूत्र ने बताया, “कांग्रेस एक लोकतांत्रिक दल है, और यहां हर किसी को बोलने की स्वतंत्रता है। लेकिन थरूर ने इस बार वह सीमा पार कर दी है, जिसे लेकर पार्टी सजग है।”
सूत्रों ने यह भी कहा कि बैठक के दौरान आलाकमान ने किसी का नाम लिए बिना यह निर्देश दिया कि मौजूदा हालात में व्यक्तिगत बयानबाजी से बचा जाए और सभी नेता एकजुट होकर पार्टी की राय को सामने रखें।
बैठक के बाद जब शशि थरूर की टिप्पणियों के बारे में सवाल किया गया, तो कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने स्पष्ट किया, “थरूर की टिप्पणी पार्टी की आधिकारिक राय नहीं है।”
गौरतलब है कि यह बैठक पहलगाम आतंकी हमले के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की तीसरी बैठक थी। इसमें लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा, जयराम रमेश, सचिन पायलट, शशि थरूर और अन्य वरिष्ठ नेता शामिल हुए थे।