उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले के जलालाबाद में गंगा एक्सप्रेसवे पर बनी अत्याधुनिक एयर स्ट्रिप शुक्रवार को एक ऐतिहासिक क्षण की साक्षी बनी। तीन किलोमीटर लंबी इस हवाई पट्टी पर भारतीय वायुसेना के एडवांस फाइटर जेट्स राफेल, मिराज, जगुआर और मिग-29 ने ‘टच एंड गो’ रिहर्सल कर अपनी अद्भुत शक्ति और तकनीकी कौशल का प्रदर्शन किया।
इस शक्ति प्रदर्शन को खास बनाने के लिए 500 से अधिक स्कूली छात्रों को आमंत्रित किया गया, जिन्होंने भारतीय वायुसेना के शौर्य को अपनी आंखों से देखा। दिन में हुए अभ्यास के बाद वायुसेना ने रात में भी इसी क्रम को दोहराने की योजना बनाई, जिससे यह साबित हो सके कि भारतीय वायुसेना हर परिस्थिति में देश की रक्षा के लिए तैयार है।
राफेल और मिराज जैसे लड़ाकू विमानों के अलावा, कैरियर एयरक्राफ्ट और हरक्यूलस जैसे भारी विमानों ने भी अपनी दक्षता का प्रदर्शन किया। यह आयोजन न केवल भारत की सैन्य शक्ति का परिचायक रहा, बल्कि देश की रक्षा तैयारियों में रणनीतिक बुनियादी ढांचे के महत्व को भी उजागर करता है।
गंगा एक्सप्रेसवे: भारत का सबसे बड़ा एक्सप्रेसवे
अदाणी समूह द्वारा निर्मित यह एक्सप्रेसवे भारत का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे है, जिसकी कुल लंबाई 594 किलोमीटर है। यह मेरठ से प्रयागराज तक फैला है और इसका 464 किलोमीटर लंबा भाग (बदायूं से प्रयागराज) अदाणी समूह द्वारा निर्मित किया जा रहा है।
बदायूं से हरदोई तक 151.7 किमी, हरदोई से उन्नाव तक 155.7 किमी और उन्नाव से प्रयागराज तक 157 किमी के हिस्सों में निर्माण कार्य तीव्र गति से चल रहा है। इस एक्सप्रेसवे को छह लेन से आठ लेन तक विस्तारित किया जा सकता है, और यह ‘डिजाइन, निर्माण, वित्त, संचालन और हस्तांतरण’ (DBFOT) मॉडल पर आधारित है।
रणनीतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण
गंगा एक्सप्रेसवे का भू-स्थानिक महत्व भी बहुत अधिक है, क्योंकि यह चीन की सीमा के समीपवर्ती क्षेत्रों तक शीघ्र सैन्य पहुंच सुनिश्चित करता है। इस कारण यह एक्सप्रेसवे न केवल एक यातायात परियोजना है, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा का एक सशक्त स्तंभ भी है।
अदाणी समूह की इंजीनियरिंग क्षमता का प्रमाण
35,000 करोड़ रुपये से अधिक लागत वाले 13 प्रोजेक्ट्स पर कार्यरत अदाणी समूह, देश के नौ राज्यों में 5,000 किलोमीटर से ज्यादा सड़कों का निर्माण कर रहा है। गंगा एक्सप्रेसवे जैसे विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स का निष्पादन इस समूह की दक्षता और प्रतिबद्धता का जीवंत उदाहरण है।
गंगा एक्सप्रेसवे पर भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों का प्रदर्शन न केवल देश की सैन्य शक्ति को दर्शाता है, बल्कि यह एक स्पष्ट संदेश है कि भारत हर मोर्चे पर तैयार है। इस एक्सप्रेसवे की उच्च गुणवत्ता, रणनीतिक महत्व और तीव्र निर्माण गति भारत की प्रगति और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक और मील का पत्थर है।