पाकिस्तानी एफएम स्टेशनों पर नहीं बजेगा अब भारतीय संगीत, भारत के प्रतिबंध के जवाब में PBA का फैसला

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नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले में भारतीय पर्यटकों की हत्या के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है। इस हमले के बाद दोनों देशों में एक-दूसरे के खिलाफ जवाबी कदमों की कड़ी जारी है, जिसका असर अब सांस्कृतिक रिश्तों पर भी दिखाई देने लगा है। भारत द्वारा पाकिस्तानी यूट्यूब चैनलों और कलाकारों पर लगाए गए प्रतिबंध के बाद पाकिस्तान ने भी पलटवार किया है।

पाकिस्तान ब्रॉडकास्टर्स एसोसिएशन (PBA) ने 1 मई 2025 को घोषणा की कि देश के सभी एफएम रेडियो स्टेशनों पर अब भारतीय गाने नहीं चलाए जाएंगे। इस निर्णय को उन्होंने “देशभक्ति का प्रतीक” बताया है और कहा कि यह भारत-पाक तनाव की पृष्ठभूमि में लिया गया एक आवश्यक कदम है।

पाकिस्तानी सूचना मंत्री अताउल्लाह तरार ने PBA के इस फैसले की सराहना करते हुए इसे “राष्ट्रीय एकता और संप्रभुता के समर्थन में उठाया गया साहसी कदम” करार दिया। उन्होंने पीबीए महासचिव को पत्र लिखकर कहा कि ऐसे समय में जब देश कठिन परिस्थितियों से गुजर रहा है, यह निर्णय सामूहिक राष्ट्रवाद को मजबूत करता है।

गौरतलब है कि भारतीय संगीत दशकों से पाकिस्तान में बेहद लोकप्रिय रहा है। लता मंगेशकर, किशोर कुमार, रफी से लेकर अरिजीत सिंह और श्रेया घोषाल जैसे आधुनिक गायकों तक के गीत वहां सुने जाते थे। लेकिन अब यह संगीत पाकिस्तान के रेडियो श्रोताओं तक नहीं पहुंचेगा।

इससे पहले भारत सरकार ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान के 16 यूट्यूब चैनलों पर प्रतिबंध लगाया था। इन चैनलों पर भारत विरोधी प्रचार और झूठी खबरें फैलाने का आरोप था। प्रतिबंधित चैनलों में समा टीवी, डॉन न्यूज, जियो न्यूज और एआरवाई जैसे प्रमुख मीडिया नेटवर्क शामिल हैं।