अप्रैल में GST कलेक्शन ने तोड़ा रिकॉर्ड, 12.60% की दर्ज हुई बढ़ोतरी

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वस्तु एवं सेवा कर (GST) संग्रह ने अप्रैल 2025 में नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल माह में GST संग्रह 12.60 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 2.37 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जो अब तक किसी भी एक महीने में सबसे अधिक है। देश में GST व्यवस्था की शुरुआत 1 जुलाई 2017 को हुई थी और तब से लेकर यह अब तक का सर्वोच्च संग्रह है। इससे पहले अप्रैल 2024 में 2.10 लाख करोड़ रुपये का रिकॉर्ड बना था।

घरेलू और आयातित वस्तुओं से आय में बढ़ोतरी

मार्च 2025 में कुल संग्रह 1.96 लाख करोड़ रुपये रहा था, जबकि अप्रैल में घरेलू लेन-देन से प्राप्त GST आय 10.7 प्रतिशत बढ़कर लगभग 1.9 लाख करोड़ रुपये हो गई। वहीं, आयातित वस्तुओं से प्राप्त राजस्व 20.8 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि के साथ 46,913 करोड़ रुपये रहा।

रिफंड में भी दिखी मजबूती

सरकार ने अप्रैल में कुल 27,341 करोड़ रुपये का रिफंड जारी किया, जो पिछले वर्षों की तुलना में 48.3 प्रतिशत अधिक है। इस रिफंड के बाद शुद्ध GST संग्रह 2.09 लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा, जिसमें 9.1 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।

जनवरी से लेकर अप्रैल तक के आंकड़े

• जनवरी 2025: 1.96 लाख करोड़ रुपये (वर्ष-दर-वर्ष वृद्धि 12.3%)

• फरवरी 2025: 1.83 लाख करोड़ रुपये (वृद्धि 9.1%)

• मार्च 2025: 1.96 लाख करोड़ रुपये

• अप्रैल 2025: 2.37 लाख करोड़ रुपये (अब तक का सर्वाधिक)

पिछले साल के अंत के आंकड़े

दिसंबर 2024 में GST संग्रह 1.77 लाख करोड़ रुपये रहा, जो साल-दर-साल 7.3 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। हालांकि, यह वृद्धि नवंबर 2024 की 8.5 प्रतिशत से कम थी, जिसका मुख्य कारण त्योहारी सीजन के बाद उपभोग में आई गिरावट को माना गया।

सरकारी पूर्वानुमान

सरकार ने आगामी बजट में GST राजस्व में 11 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान जताया है, जो अब तक के संग्रह आंकड़ों को देखते हुए संभव प्रतीत होता है।