रांची। झारखंड में बिजली अब पहले से थोड़ी महंगी हो गई है। झारखंड राज्य विद्युत नियामक आयोग (JSERC) ने बुधवार को वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए नई बिजली दरों की घोषणा कर दी। जहां घरेलू उपभोक्ताओं के लिए बिजली दरों में मामूली वृद्धि की गई है, वहीं किसानों और सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए खास रियायतें दी गई हैं।
आयोग के अनुसार, ग्रामीण उपभोक्ताओं के लिए बिजली दर 40 पैसे प्रति यूनिट बढ़ाकर 6.70 रुपये प्रति यूनिट कर दी गई है। वहीं शहरी उपभोक्ताओं को अब 20 पैसे अधिक चुकाने होंगे, जिससे शहरी दर 6.85 रुपये प्रति यूनिट हो गई है। हालांकि, किसानों के लिए राहत की खबर है — कृषि उपभोक्ताओं के टैरिफ में कोई वृद्धि नहीं की गई है।
मीटर किराया अब खत्म
JSERC ने एक बड़ा फैसला लेते हुए उपभोक्ताओं से मीटर किराया लेने की व्यवस्था समाप्त कर दी है। अब उपभोक्ताओं को मीटर किराए के नाम पर अतिरिक्त शुल्क नहीं देना होगा।
सोलर एनर्जी और किसानों को बढ़ावा
आयोग ने रूफटॉप सोलर को प्रोत्साहित करने के लिए ग्रॉस मीटरिंग पर 4.16 रुपये प्रति किलोवॉट-घंटा और नेट मीटरिंग पर 3.80 रुपये प्रति किलोवॉट-घंटा दर निर्धारित की है। इससे राज्य में हरित ऊर्जा को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
मुख्य बिंदु:
• टैरिफ में औसतन केवल 6.34% वृद्धि की गई है, जबकि झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (JBVNL) ने 40.02% बढ़ोतरी का प्रस्ताव रखा था।
• बिल भुगतान यदि 5 दिनों के भीतर किया जाता है तो उपभोक्ताओं को 2% की छूट मिलेगी।
• 65% से अधिक लोड फैक्टर वाले उपभोक्ताओं को अधिकतम 15% तक की अतिरिक्त छूट मिलेगी।
• प्रीपेड स्मार्ट मीटर अपनाने वालों को एनर्जी चार्ज में 3% (करीब ₹0.20 प्रति यूनिट) की छूट दी जाएगी। इसके साथ ही सुरक्षा राशि एक महीने के भीतर वापस की जाएगी या बिल में समायोजित होगी।
इलेक्ट्रिक वाहन (EV) चार्जिंग के लिए विशेष दरें
इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशनों के लिए अलग-अलग समय के अनुसार दरें तय की गई हैं:
• सौर समय (सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक): ₹7.31 प्रति यूनिट
• गैर-सौर समय: ₹8.77 प्रति यूनिट
• इसके अलावा ग्रीन एनर्जी टैरिफ के तहत स्वीकृत दर में प्रति यूनिट ₹0.60 अतिरिक्त जोड़कर शुल्क निर्धारित किया गया है।
बिजली आपूर्ति और फिक्स्ड चार्ज में नई व्यवस्था
आयोग ने निर्देश दिया है कि एचटी (HT) उपभोक्ताओं को प्रतिदिन 23 घंटे और एलटी (LT) उपभोक्ताओं को 21 घंटे बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करनी होगी। यदि बिजली आपूर्ति तय समय से कम होती है, तो फिक्स्ड चार्ज में स्वतः कटौती कर उपभोक्ताओं के बिल में समायोजन किया जाएगा।