नीट-यूजी में नकल और धोखाधड़ी पर लगेगी रोक, नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने लॉन्च किया नया प्लेटफॉर्म

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नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने मेडिकल एंट्रेंस परीक्षा नीट-यूजी के संदिग्ध मामलों की रिपोर्टिंग के लिए एक नया प्लेटफॉर्म लॉन्च किया है। एनटीए अधिकारियों के अनुसार, यह कदम पिछले वर्ष परीक्षा में कथित पेपर लीक जैसी अनियमितताओं के बाद उठाया गया है, ताकि इस वर्ष परीक्षा को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाया जा सके।

प्लेटफॉर्म के माध्यम से कर सकेंगे संदिग्ध गतिविधियों की रिपोर्ट

एनटीए ने अभ्यर्थियों को आगाह किया है कि वे किसी भी अनैतिक तत्व के बहकावे में न आएं, जो झूठे दावे कर धोखा देने की कोशिश कर सकते हैं। इस नए प्लेटफॉर्म के माध्यम से उम्मीदवार निम्नलिखित तीन प्रमुख श्रेणियों में संदिग्ध गतिविधियों की रिपोर्ट कर सकते हैं:

• अवैध वेबसाइट्स या सोशल मीडिया अकाउंट्स जो नीट प्रश्नपत्र से संबंधित दावे करते हैं।

• ऐसे व्यक्ति जो परीक्षा सामग्री प्रदान करने का दावा करते हैं।

• ऐसे व्यक्ति जो खुद को एनटीए या सरकारी अधिकारी बताकर धोखाधड़ी करने का प्रयास करते हैं।

रिपोर्ट के साथ फाइल अपलोड करने की सुविधा

एनटीए के महानिदेशक प्रदीप सिंह खरोल ने जानकारी दी कि यह रिपोर्टिंग फॉर्म सरल और सुगम है। उम्मीदवारों को संदिग्ध गतिविधि का विवरण देना होगा, जैसे कि घटना कब और कहां हुई। साथ ही, वे सहायक फाइलें (जैसे स्क्रीनशॉट, ऑडियो, वीडियो आदि) भी अपलोड कर सकेंगे, जो रिपोर्ट को प्रमाणित करेंगी।

4 मई को होगी नीट-यूजी परीक्षा

यह पहल ‘पब्लिक एग्जामिनेशंस (प्रिवेंशन ऑफ अनफेयर मीन्स) एक्ट, 2024’ के तहत शुरू की गई है, जिसका उद्देश्य सार्वजनिक परीक्षाओं में नकल और धोखाधड़ी को रोकना और उम्मीदवारों के भविष्य की रक्षा करना है।

नीट-यूजी परीक्षा का आयोजन 4 मई 2025 को किया जाएगा। एनटीए ने सभी उम्मीदवारों से अपील की है कि वे किसी भी धोखाधड़ी या संदिग्ध गतिविधि से सतर्क रहें और आवश्यकता पड़ने पर इस नए प्लेटफॉर्म के माध्यम से तत्काल रिपोर्ट करें।