मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले में कम से कम 26 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। मृतकों में यूएई और नेपाल के दो विदेशी नागरिकों सहित दो स्थानीय निवासी भी शामिल हैं। इस हमले का पर्यटन उद्योग पर सीधा प्रभाव पड़ा है, जिससे घबराए यात्रियों ने अपने दौरे रद्द करने शुरू कर दिए हैं और श्रीनगर में मौजूद पर्यटक भी जल्द से जल्द लौटने की तैयारी कर रहे हैं।
पर्यटन पर निर्भर अर्थव्यवस्था वाले जम्मू-कश्मीर में इस घटना ने स्थानीय ट्रैवल एजेंटों, होटलों और टैक्सी सेवाओं से जुड़े लोगों की आजीविका को गहरी चोट दी है। ट्रैवल कंपनियों को लगातार कैंसिलेशन के कॉल्स आ रहे हैं।
30 से ज़्यादा टूर रद्द, फ्लाइट्स के दाम गिरे लेकिन मांग नदारद
लुधियाना की ट्रैवल कंपनी “ट्रैवल विद करण” के मालिक करण बताते हैं, “बुधवार सुबह से हमें केवल रद्दीकरण की कॉल्स मिल रही हैं। हमारी कंपनी के 30 से ज़्यादा समर टूर रद्द हो चुके हैं। श्रीनगर में पहले से मौजूद पर्यटक भी जल्दबाज़ी में वापसी कर रहे हैं।”
जम्मू होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष रतनदीप आनंद ने बताया, “हमले से पहले जम्मू से श्रीनगर की फ्लाइट का किराया लगभग 18,000 रुपये था। आज वह घटकर 5,000 रुपये रह गया है – फिर भी टिकट नहीं बिक रहे।”
होटल और टैक्सी बुकिंग पर भी असर
श्रीनगर के एक प्रतिष्ठित होटल के जनरल मैनेजर ने नाम न उजागर करने की शर्त पर कहा, “मंगलवार रात से अब तक मैं सिर्फ कैंसिलेशन ही देख रहा हूं। कई पर्यटक जो पहले से होटल में ठहरे थे, वे अब निकलने की जल्दी में हैं। यही हाल अन्य होटलों का भी है। बीते वर्ष जहां डेस्टिनेशन वेडिंग्स और कॉरपोरेट टूर के कारण पर्यटन क्षेत्र में उछाल देखा गया था, इस बार मंगलवार का दिन पर्यटन इंडस्ट्री के लिए ‘काला दिन’ बन गया।”
लुधियाना के कैब सर्विस ऑपरेटर गोल्डी ढिल्लों ने कहा, “पहले ही रामबन के पास भूस्खलन के कारण हमारी कई टेम्पो ट्रैवलर बुकिंग रद्द हो चुकी थीं, अब इस हमले ने रही-सही कसर भी पूरी कर दी है।”
“हम वाकई अवाक हैं” – स्थानीय लोग सदमे में
कश्मीर प्रिंटर्स एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष शबीर अहमद ने कहा, “हम पहलगाम की घटना से गहरे सदमे में हैं। बुधवार को श्रीनगर के बाजारों ने काला दिवस मना कर इस वीभत्स हमले की निंदा की। कई स्थानीय ट्रांसपोर्टर पर्यटकों को सुरक्षित घर पहुंचाने के लिए मुफ्त सेवा दे रहे हैं।”
उन्होंने कहा, “अब पर्यटक होटलों से बाहर निकलने से भी डर रहे हैं। मंगलवार का दिन हमारे लिए टूरिज़्म सीज़न का अंत बन गया। हम हतप्रभ हैं।”