जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को आतंकियों ने एक भयावह हमला करते हुए पर्यटकों को निशाना बनाया, जिसमें 28 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। इस हमले में सैयद आदिल हुसैन भी शहीद हो गए, जिन्होंने अपनी बहादुरी से एक महिला की जान बचाने की कोशिश करते हुए आतंकियों का मुकाबला किया।
आदिल हुसैन की वीरता की मिसाल
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हमला उस वक्त हुआ जब आदिल वहां काम के सिलसिले में मौजूद थे। बताया जा रहा है कि एक महिला को बचाने की कोशिश में उन्होंने एक आतंकी से उसकी बंदूक छीनने का प्रयास किया, इसी दौरान उन्हें गोली मार दी गई। आदिल के पिता ने बताया कि उन्हें दोपहर करीब 3 बजे इस हमले की सूचना मिली। उन्होंने कई बार फोन किया, लेकिन फोन बंद आ रहा था। शाम करीब 4:40 बजे फोन तो चालू हुआ, लेकिन किसी ने रिसीव नहीं किया। जब वे पुलिस स्टेशन पहुंचे, तब उन्हें इस दुखद घटना की जानकारी मिली।
घर का एकमात्र सहारा था आदिल
सैयद आदिल हुसैन अपने परिवार के इकलौते कमाने वाले सदस्य थे। उनकी मौत से पूरा परिवार गहरे सदमे में है। उनके असमय निधन से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।
सीएम उमर अब्दुल्ला ने दी श्रद्धांजलि
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने आदिल हुसैन की जनाज़े की नमाज में भाग लिया और उनके परिजनों से मुलाकात कर हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा, “आदिल की बहादुरी और बलिदान को हमेशा याद रखा जाएगा।”
हमले के बाद सीएम ने बुलाई सर्वदलीय बैठक
इस दुखद हमले के बाद मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने गुरुवार को दोपहर सर्वदलीय बैठक बुलाई है। उन्होंने एक पत्र जारी कर जम्मू-कश्मीर के सभी प्रमुख राजनीतिक दलों, सांसदों और विधानसभा में विपक्ष के नेताओं को बैठक में आमंत्रित किया है।
पाकिस्तानी सेना पर गंभीर आरोप
रामबन से विधायक और नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता अर्जुन सिंह ने इस घटना को सिर्फ एक आतंकी हमला नहीं, बल्कि पाकिस्तान की सेना की साजिश करार दिया। उन्होंने कहा, “ये भारत के खिलाफ सीधी जंग है। अब समय आ गया है कि हम एकजुट होकर इसका मुंहतोड़ जवाब दें।”
पूरा देश आदिल हुसैन जैसे बहादुर सपूत को नमन कर रहा है, जिन्होंने अपने प्राणों की आहुति देकर मानवता और साहस की मिसाल कायम की।