हॉकी की नर्सरी के रूप में प्रसिद्ध सिमडेगा ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि यहां के लोगों की रगों में हॉकी दौड़ती है। सिमडेगा की बेटियां भी अब किसी से पीछे नहीं हैं। अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन के बलबूते इस जिले की पांच बेटियों ने भारतीय महिला हॉकी टीम में स्थान पाया है। ये खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया में होने वाले अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में देश का प्रतिनिधित्व करेंगी, जो सिमडेगा के लिए अत्यंत गर्व की बात है।
भारतीय हॉकी महासंघ ने आगामी ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए 26 सदस्यीय महिला टीम की घोषणा की है। यह प्रतियोगिता 26 अप्रैल से 4 मई तक पर्थ हॉकी स्टेडियम में आयोजित होगी। इस टीम में सिमडेगा की पांच बेटियां – सलीमा टेटे, महिमा टेटे, ब्यूटी डुंगडुंग, दीपिका सोरेंग और अंजना डुंगडुंग – को शामिल किया गया है। इनमें से सलीमा और महिमा टेटे सगी बहनें हैं और सिमडेगा के बड़कीछापर गांव की निवासी हैं। अपनी बेटियों की उपलब्धि पर सलीमा की मां सुभानी टेटे खुशी के आंसुओं के साथ उन्हें आशीर्वाद दे रही हैं।
इन खिलाड़ियों में चार-सलीमा, महिमा, दीपिका और ब्यूटी ने सिमडेगा के एसएस प्लस टू बालिका विद्यालय (अब सीएम उत्कृष्ट विद्यालय) से पढ़ाई करते हुए हॉकी का प्रशिक्षण प्राप्त किया। इसी स्कूल के एस्ट्रोटर्फ मैदान से उन्होंने खेल की बारीकियां सीखीं और आज वे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना रही हैं।
सिमडेगा की इन बेटियों की सफलता पर हॉकी संघ के अध्यक्ष मनोज कोनबेगी ने शुभकामनाएं देते हुए इसे ऐतिहासिक उपलब्धि बताया। उन्होंने कहा कि भारतीय महिला हॉकी टीम में जिले की पांच बेटियों की मौजूदगी छोटे-छोटे गांवों और कस्बों में हॉकी खेलने वाले बच्चों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी। उन्होंने यह भी कहा कि खिलाड़ियों के हित में अनेक कार्य किए गए हैं, लेकिन अभी और प्रयासों की आवश्यकता है ताकि भविष्य में और भी अधिक खिलाड़ी सिमडेगा से राष्ट्रीय टीम में चयनित हो सकें।