एनडीए की ताकत दिखाने की तैयारी, चार लाख से अधिक लोगों के जुटने का दावा
पटना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 24 अप्रैल को बिहार के मधुबनी जिले के झंझारपुर में एक बड़ी जनसभा को संबोधित करने जा रहे हैं। हालांकि यह दौरा सरकारी कार्यक्रम के तहत हो रहा है, लेकिन इसे बिहार में एनडीए की चुनावी रणनीति की औपचारिक शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है। इस जनसभा को ऐतिहासिक बनाने के लिए जहां भाजपा की तैयारियां जोरों पर हैं, वहीं जेडीयू के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री ललन सिंह सबसे आगे नजर आ रहे हैं।
ललन सिंह पिछले कुछ दिनों से कई जिलों का दौरा कर रहे हैं और एनडीए कार्यकर्ताओं व नेताओं के साथ बैठकें कर उन्हें जिम्मेदारियां सौंप रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट संदेश दिया है कि इस सभा में भागीदारी ही आगामी चुनावों में उनकी भूमिका और संभावनाओं को तय करेगी।
मोदी की सभा: टिकट के दावेदारों के लिए परीक्षा
मुजफ्फरपुर में एनडीए नेताओं को संबोधित करते हुए ललन सिंह ने कहा कि जिन सीटों पर एनडीए के विधायक नहीं हैं, वहां के टिकट के इच्छुक नेता अपनी ताकत दिखाएं। उन्होंने कहा, “जो नेता 2025 में टिकट चाहते हैं, उन्हें अब अपनी तैयारी दिखानी होगी। प्रधानमंत्री की सभा में जनसमूह लाना ही उनकी सक्रियता का पैमाना होगा।”
विधायकों को मिला लक्ष्य
मुजफ्फरपुर में एनडीए के 6 विधायकों को लक्ष्य दिया गया है कि वे कम से कम 5 हजार समर्थकों के साथ सभा में पहुंचें। वहीं समस्तीपुर में 50 हजार लोगों को जुटाने की जिम्मेदारी दी गई है। दरभंगा और मधुबनी जिले से प्रत्येक से एक-एक लाख लोगों को लाने का लक्ष्य तय किया गया है।
राजनीतिक संदेश की तैयारी
ललन सिंह ने यह भी स्पष्ट किया कि प्रधानमंत्री का दौरा सिर्फ पंचायत दिवस तक सीमित नहीं रहेगा। उन्होंने कहा, “मोदी जी सिर्फ विकास की बातें नहीं करेंगे, बल्कि बिहार को राजनीतिक दिशा भी देंगे। इसका असर 2025 के विधानसभा चुनाव में साफ दिखाई देगा।”
ललन सिंह का संदेश साफ
उन्होंने दो टूक कहा, “मुझे 2025 में चुनाव नहीं लड़ना है। मैं लोकसभा सांसद हूं और मेरा अगला चुनाव 2029 में है। लेकिन आप लोगों का भविष्य 2025 पर टिका है। इसीलिए मोदी जी की सभा में आपकी भागीदारी बेहद अहम है।”
प्रधानमंत्री की यह रैली बिहार की राजनीति में बड़ा संदेश देने वाली साबित हो सकती है। एनडीए इसे शक्ति प्रदर्शन के रूप में देख रहा है, और इसके लिए ललन सिंह की मेहनत को पार्टी के भीतर भी खास महत्व दिया जा रहा है।