पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के सुती, धुलियान और जंगीपुर जैसे हिंसा प्रभावित इलाकों में हालात सामान्य होने के बावजूद लोगों के भीतर भय का माहौल बरकरार है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि हाल की हिंसक घटनाओं में उपद्रवियों ने उनके घरों और दुकानों को आग के हवाले कर दिया। अब उन्हें डर है कि यदि पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा बल यहां से हट गए, तो उपद्रवी दोबारा हमला कर सकते हैं।
वक्फ संशोधन अधिनियम बना हिंसा की जड़
बीते दिनों वक्फ संशोधन अधिनियम के खिलाफ हुए विरोध प्रदर्शनों ने देखते ही देखते उग्र रूप ले लिया। प्रदर्शनकारियों ने न सिर्फ सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया, बल्कि आम लोगों के घरों और दुकानों में भी जमकर तोड़फोड़ और आगजनी की। कई लोग बेघर हो गए हैं और उनका जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
दक्षिण 24 परगना के भांगड़ में भी ऐसी ही स्थिति देखने को मिली, जहां पुलिस और उपद्रवियों के बीच झड़प के बाद तनाव बना हुआ है।
केंद्रीय मंत्री पर आरोप, दर्ज हुई प्राथमिकी
इस बीच, तृणमूल छात्र परिषद (टीएमसीपी) ने केंद्रीय मंत्री और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार के खिलाफ कई थानों में प्राथमिकी दर्ज कराई है। टीएमसीपी का आरोप है कि मजूमदार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर हिंसा से जुड़ी भ्रामक तस्वीरें और भड़काऊ सामग्री पोस्ट की, जिससे सांप्रदायिक तनाव और बढ़ा। टीएमसीपी अध्यक्ष त्रिनंकुर भट्टाचार्य के निर्देश पर संगठन ने सोमवार और मंगलवार को अलग-अलग थानों में शिकायतें दर्ज करवाईं।
पीड़ित दुकानदार की मार्मिक कहानी
एक स्थानीय दुकानदार ने मीडिया से बातचीत में अपनी पीड़ा साझा करते हुए बताया,
“मेरी पूरी इमारत को तहस-नहस कर दिया गया है। खिड़कियां, दरवाजे, शीशे सब कुछ तोड़ दिया गया। उपद्रवी पीछे के हिस्से से घुसकर अंदर लूटपाट कर गए। मेरी दुकान के सामने भी एक शटर तोड़ा गया। सोमवार को बैंक बंद था, इसलिए मंगलवार को सभी ग्राहकों से भुगतान मिला था। मेरे पास लगभग 13.5 लाख रुपये नकद थे, जो बैंक में जमा करने थे, लेकिन वह सब चोरी हो गया। दुकान में 7-8 लाख रुपये का फर्नीचर और अन्य सामान था। कुल मिलाकर करीब 20-25 लाख रुपये का नुकसान हुआ है।”
लोगों की अपील
स्थानीय नागरिकों की मांग है कि जब तक हालात पूरी तरह से सामान्य नहीं हो जाते, तब तक पुलिस और केंद्रीय बलों की तैनाती बनी रहनी चाहिए।
“हमें डर है कि अगर सुरक्षा बल वापस चले गए तो फिर से हमला हो सकता है,” — यही डर अब पूरे इलाके में लोगों के दिलों में घर कर गया है।