बिहार के शिक्षा विभाग से जुड़ी खबरें अक्सर चर्चा का विषय बनती रहती हैं। ताजा मामला भागलपुर जिले से सामने आया है, जहां एक सरकारी स्कूल की शिक्षिका द्वारा बच्चों से अपनी स्कूटी की सफाई करवाई जा रही है। इस पूरी घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसके बाद लोग सवाल उठा रहे हैं कि क्या इस मामले में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एस. सिद्धार्थ कोई सख्त कदम उठाएंगे?
मामला भागलपुर के जगदीशपुर प्रखंड स्थित मुखेरिया मध्य विद्यालय का बताया जा रहा है। वीडियो में दो शिक्षिकाएं अपनी-अपनी स्कूटी को बच्चों से साफ करवा रही हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि यह सब स्कूल के निर्धारित कक्षा समय के दौरान हो रहा था, जब बच्चों को पढ़ाई में व्यस्त होना चाहिए था।
हालांकि, फर्स्ट बिहार इस वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है, लेकिन यह पहली बार नहीं है जब इस तरह की घटना सामने आई है। महज पांच दिन पहले सुल्तानगंज के एक अन्य विद्यालय में बच्चों से मजदूरी करवाने का मामला सामने आया था, लेकिन उस पर भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।
अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि शिक्षा विभाग इन दोनों मामलों में क्या रुख अपनाता है—क्या दोषी शिक्षकों पर कार्रवाई होगी या फिर विभाग मूकदर्शक बना रहेगा?
इस बीच, जिला शिक्षा पदाधिकारी राजकुमार शर्मा ने जानकारी दी कि उन्हें यह वीडियो मीडिया के माध्यम से प्राप्त हुआ है और इसकी जांच कराई जा रही है। संबंधित शिक्षिका से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा और जांच के आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी। शर्मा ने यह भी कहा कि बच्चों से इस प्रकार का कार्य कराना पूरी तरह से अनुचित है।
बावजूद इसके, जिले में शिक्षकों की मनमानी थमने का नाम नहीं ले रही है। जहां अभिभावक अपने बच्चों को शिक्षा दिलवाने स्कूल भेजते हैं, वहीं उन्हें शारीरिक श्रम में झोंक दिया जाता है। अब यह देखना बाकी है कि विभाग इस पर कितनी गंभीरता दिखाता है।