प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज एक दिवसीय दौरे पर अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे। इस दौरान उन्होंने काशी को 3884.18 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की सौगात दी। साथ ही उन्होंने तीन बुजुर्गों को आयुष्मान भारत कार्ड भी प्रदान किए।
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्षी दलों पर करारा हमला बोला। उन्होंने कहा, “जो लोग दिन-रात सत्ता हथियाने का खेल खेलते रहते हैं, उनका मूल मंत्र है।परिवार का साथ, परिवार का विकास। जबकि हमारा मंत्र है।सबका साथ, सबका विकास।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि महात्मा ज्योतिबा फुले जैसे महापुरुषों की प्रेरणा से उनकी सरकार देशसेवा के मार्ग पर चल रही है। उन्होंने नारी सशक्तिकरण, सामाजिक समरसता और समर्पित सेवा को अपने विकास मॉडल का आधार बताया। उन्होंने कहा, “आज हम महात्मा फुले और सावित्रीबाई फुले के विचारों को आगे बढ़ा रहे हैं, उनके आंदोलन को नई ऊर्जा दे रहे हैं।”
प्रधानमंत्री मोदी ने काशी के बदलते स्वरूप पर चर्चा करते हुए कहा कि बीते 10 वर्षों में बनारस ने विकास की एक नई गति पकड़ी है। “काशी अब केवल पुरातन नहीं, प्रगतिशील भी है।”
उन्होंने यह भी कहा कि कल हनुमान जन्मोत्सव है और आज उन्हें संकटमोचन महाराज की काशी में लोगों से मिलने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। “पूर्वांचल के आर्थिक नक्शे में काशी अब एक मजबूत केंद्र बन चुकी है। यहाँ विकास का उत्सव मनाया जा रहा है।”
उन्होंने लोकार्पण और शिलान्यास की गई परियोजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि ये योजनाएं कनेक्टिविटी, जल आपूर्ति, शिक्षा, स्वास्थ्य और खेल सुविधाओं के विस्तार से जुड़ी हैं, जो हर व्यक्ति के जीवन को बेहतर बनाएंगी।
प्रधानमंत्री ने पशुपालकों के लिए किए गए प्रयासों की जानकारी देते हुए बताया कि उन्हें किसान क्रेडिट कार्ड, लोन की सीमा में बढ़ोतरी, और एफएमडी वैक्सीन जैसी सुविधाएं दी गई हैं। “आज भारत दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक देश बन चुका है और इसमें 65% की वृद्धि बीते 10 वर्षों में हुई है।”
अंत में उन्होंने कहा, “काशी अब आरोग्य की राजधानी भी बन रही है। दिल्ली-मुंबई के बड़े अस्पताल अब काशी के नज़दीक आ गए हैं। यही असली विकास है।जब सुविधाएं लोगों के पास आती हैं।”