राजधानी दिल्ली में स्वास्थ्य सेवाओं की दिशा में एक बड़ी पहल करते हुए, दिल्ली सरकार 10 अप्रैल से आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत करने जा रही है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. पंकज सिंह ने बुधवार को इस योजना की घोषणा करते हुए बताया कि पहले चरण में लगभग 2 लाख 60 हजार पात्र लाभार्थियों की पहचान की गई है। इनमें से पहले 40 से 42 दिनों के भीतर करीब 2.34 लाख लोगों को आयुष्मान कार्ड वितरित किए जाएंगे। इसके बाद योजना का दूसरा चरण शुरू किया जाएगा।
पहले दिन 400 से 500 लाभार्थियों को मिलेंगे आयुष्मान कार्ड
डॉ. सिंह ने बताया कि योजना के पहले दिन 400 से 500 लोगों को कार्ड वितरित किए जाएंगे। इसके लिए विशेष पंजीकरण काउंटर लगाए जाएंगे और एक ऑनलाइन पोर्टल भी शुरू किया जाएगा, जिससे लाभार्थी अपने पंजीकरण की स्थिति और आगे की प्रक्रिया को आसानी से जान सकें। सभी जानकारी मोबाइल संदेश के माध्यम से लाभार्थियों तक पहुंचाई जाएगी, ताकि उन्हें अनावश्यक रूप से भटकना न पड़े।
पिछली सरकार पर निशाना
स्वास्थ्य मंत्री ने इस मौके पर पिछली केजरीवाल सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह योजना दिल्ली के जरूरतमंद लोगों के लिए अत्यंत आवश्यक थी, लेकिन इसे पूर्व सरकार द्वारा जानबूझकर रोका गया। उन्होंने कहा, “हमने इस योजना को फिर से शुरू कर राजधानी के लाखों लोगों को राहत देने का निर्णय लिया है।”
पारदर्शिता और पात्रता पर विशेष जोर
डॉ. सिंह ने बताया कि योजना के तहत पूर्ण पारदर्शिता बरती जाएगी। सभी दस्तावेजों की जांच के बाद ही लाभार्थियों को कार्ड दिए जाएंगे, ताकि कोई फर्जीवाड़ा न हो। उन्होंने कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि योजना का लाभ सिर्फ उन्हीं लोगों को मिले, जो इसके वास्तविक हकदार हैं।
गरीबों को मिलेगा बड़ा लाभ
डॉ. पंकज सिंह ने भरोसा जताया कि आने वाले समय में दिल्ली के हर पात्र नागरिक तक इस योजना का लाभ पहुंचाया जाएगा। उन्होंने कहा, “आयुष्मान योजना खासकर उन गरीब परिवारों के लिए एक बड़ी राहत है, जो आर्थिक तंगी के कारण इलाज नहीं करा पाते हैं। हमारा उद्देश्य है कि कोई भी व्यक्ति इलाज के अभाव में न रहे।”
यह योजना दिल्लीवासियों के लिए स्वास्थ्य सुरक्षा की दिशा में एक मजबूत कदम मानी जा रही है और इसके क्रियान्वयन से लाखों परिवारों को राहत मिलने की उम्मीद है।