गुजरात के पश्चिम रेलवे के भावनगर मंडल में लोको पायलटों की सजगता और तत्परता से एक बड़ी दुर्घटना टल गई। सोमवार को भावनगर मंडल के जूनागढ़ मुख्यालय से जुड़े दो लोको पायलटों—श्री चन्दन कुमार और वरिष्ठ सहायक लोको पायलट श्री रठौर केतन—की सतर्कता से दो शेरों की जान बचाई जा सकी।
मंडल वाणिज्य प्रबंधक श्री अतुल कुमार त्रिपाठी ने जानकारी देते हुए बताया कि विसावदर-कांसियानेश सेक्शन में किमी संख्या 107/0-107/01 के बीच दो शेर रेलवे ट्रैक पर चलते हुए देखे गए। पायलटों ने तत्काल प्रतिक्रिया देते हुए गाड़ी संख्या 52946 (अमरेली-वेरावल पैसेंजर) को इमरजेंसी ब्रेक लगाकर समय रहते रोक दिया।
ट्रेन के रुकते ही लोको पायलटों ने ट्रेन मैनेजर (गार्ड) को सूचित किया, जिसके बाद वन विभाग के फॉरेस्ट ट्रैकर श्री राणा भाई ने मौके पर पहुंचकर ट्रैक को सुरक्षित कराया। सभी परिस्थितियां सामान्य पाए जाने पर फॉरेस्ट अधिकारियों द्वारा आगे प्रस्थान की अनुमति दी गई और ट्रेन को सावधानीपूर्वक गंतव्य की ओर रवाना किया गया।
भावनगर मंडल के लोको पायलटों की सजगता और वन विभाग के फॉरेस्ट ट्रैकरों की तत्परता से पिछले वित्तीय वर्ष 2024-25 में कुल 159 शेरों की जान बचाई जा चुकी है। यह घटना वर्ष 2025-26 की पहली उल्लेखनीय घटना है, जो मंडल की प्रतिबद्धता और सतत प्रयासों को दर्शाती है।
इस सराहनीय कार्य के लिए मंडल रेल प्रबंधक श्री रवीश कुमार, अपर मंडल रेल प्रबंधक श्री हिमांशु शर्मा समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने लोको पायलटों की प्रशंसा की और उन्हें बधाई दी। यह घटना भारतीय रेल की सामाजिक जिम्मेदारी और पर्यावरण के प्रति संवेदनशीलता का प्रेरणादायक उदाहरण है।