देशभर में मर्यादापुरुषोत्तम भगवान श्रीराम का जन्मोत्सव रामनवमी बड़े धूमधाम और श्रद्धा भाव से मनाया जा रहा है। मंदिरों में सुबह से ही भक्तों की लंबी कतारें देखने को मिल रही हैं। भगवान श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या नगरी भक्ति और उल्लास में डूबी हुई है। रामलला के दर्शन के लिए श्रद्धालु भारी संख्या में उमड़ रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने दी शुभकामनाएं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी रामनवमी के इस पावन अवसर पर देशवासियों को शुभकामनाएं दीं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पीएम मोदी ने लिखा,
“सभी देशवासियों को रामनवमी की ढेरों शुभकामनाएं। प्रभु श्रीराम के जन्मोत्सव का यह पावन-पुनीत अवसर आप सभी के जीवन में नई चेतना और उत्साह लेकर आए। भगवान राम का जन्मोत्सव, सशक्त, समृद्ध और समर्थ भारत के संकल्प को निरंतर नई ऊर्जा प्रदान करे। जय श्रीराम!”
भगवान राम की तपोभूमि चित्रकूट में 22 लाख दीपों का आयोजन
अयोध्या के साथ-साथ भगवान श्रीराम की तपोभूमि चित्रकूट में भी रामनवमी का भव्य आयोजन किया जा रहा है। धार्मिक मान्यता है कि भगवान श्रीराम ने अपने 14 वर्षों के वनवास में से साढ़े 11 वर्ष चित्रकूट में ही व्यतीत किए थे। इस ऐतिहासिक और पावन स्थल पर रविवार को 22 लाख दीप जलाकर दिव्य वातावरण निर्मित किया जाएगा।
चित्रकूट बना आध्यात्मिक आभा से रोशन
रामनवमी के शुभ अवसर पर चित्रकूट को भगवा ध्वजों से सजाया गया है। रामघाट, कामदगिरि परिक्रमा, सती अनुसुइया, गुप्त गोदावरी, हनुमान धारा, जानकीकुंड जैसे प्रमुख धार्मिक स्थलों पर विशेष रूप से दीपोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश सरकारों ने इस आयोजन को ‘चित्रकूट गौरव दिवस’ के रूप में मनाने का निर्णय लिया है।
हर घर में जलेंगे 11 दीप
रामनवमी के पावन पर्व पर हर घर में 11 दीपक जलाने का संकल्प लिया गया है। लोगों ने अपने घरों को भगवा रंग से सजाया है। धनुष चौराहा, शंख चौराहा, बेड़ी पुलिया-रामघाट मार्ग जैसे मुख्य मार्गों को धनुषाकार खंभों और भगवा पताकाओं से सजाया गया है।
चित्रकूट और सतना जिला प्रशासन द्वारा लंबे समय से इस आयोजन की तैयारियाँ की जा रही थीं। दोनों जिलों की ओर से 11-11 लाख दीपक जलाने का लक्ष्य रखा गया है, जिससे कुल मिलाकर 22 लाख दीपों से भगवान राम की तपोभूमि आलोकित हो उठेगी।