ईसाइयों के संगठन सीबीसीआई ने वक्फ संशोधन विधेयक का समर्थन किया

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यह ख़बर भारतीय सामाजिक और कानूनी परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम को दर्शाती है। कैथोलिक बिशप्स कॉन्फ्रेंस ऑफ इंडिया (CBCI) ने वक्फ संशोधन विधेयक का समर्थन करते हुए इसके कुछ प्रावधानों को संविधान और देश के धर्मनिरपेक्ष मूल्यों के साथ असंगत बताया है।

विवाद की पृष्ठभूमि

केरल के मुनम्बम क्षेत्र में वक्फ बोर्ड द्वारा 600 से अधिक परिवारों की पैतृक आवासीय संपत्तियों को वक्फ भूमि घोषित करने का प्रयास किया गया, जिससे यह मामला कानूनी जटिलताओं में उलझ गया। CBCI का मानना है कि वर्तमान केंद्रीय वक्फ अधिनियम के प्रावधानों के चलते यह विवाद उत्पन्न हुआ है और केवल कानूनी संशोधन ही इसका स्थायी समाधान प्रदान कर सकता है।

CBCI की माँगें

1. वक्फ संशोधन विधेयक को निष्पक्ष रूप से संसद में पेश कर पारित किया जाए।

2. राजनीतिक दलों और विधायकों को इस पर रचनात्मक दृष्टिकोण अपनाना चाहिए।

3. मुनम्बम क्षेत्र के निवासियों के भूमि स्वामित्व अधिकारों को पूरी तरह से बहाल किया जाए।

4. संविधान के सिद्धांतों के विपरीत किसी भी कानून को संशोधित किया जाए।

5. संविधान द्वारा धार्मिक अल्पसंख्यकों के अधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।

प्रभाव और भविष्य की दिशा

CBCI के इस समर्थन से विधेयक पर सार्वजनिक और राजनीतिक बहस तेज़ हो सकती है। इस मामले में सरकार का रुख और संसद में विभिन्न दलों की प्रतिक्रिया महत्वपूर्ण होगी।