झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के 19वें दिन, बुधवार को कार्यवाही शुरू होते ही हजारीबाग में मंगलवारी जुलूस पर हुई पत्थरबाजी का मामला गरमा गया। सुबह 11:05 बजे जैसे ही सदन की कार्यवाही आरंभ हुई, भाजपा विधायकों ने इस घटना के विरोध में वेल में उतरकर जोरदार प्रदर्शन किया।
विपक्ष ने सरकार को घेरा
विधानसभा अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो ने भी इस पर चिंता जताते हुए सवाल किया कि आखिर हजारीबाग में ही बार-बार इस तरह की घटनाएं क्यों हो रही हैं। नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने हिंदुओं के पर्व-त्योहारों पर लगातार हो रही हिंसा पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि अपराधियों को संरक्षण मिल रहा है। उन्होंने सरकार से मांग की कि सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों का व्यापक उपयोग किया जाए।
सरकार ने दिया आश्वासन
संसदीय कार्य मंत्री और वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर ने कहा कि हजारीबाग की घटना सरकार के संज्ञान में है, और इसके पीछे के कारणों को लेकर सरकार पूरी तरह गंभीर है। उन्होंने आश्वासन दिया कि मामले की गहराई से जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
रिपोर्ट पेश करने का वादा
मंत्री ने आगे कहा कि सरकार राज्य में सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने हजारीबाग के डीआईजी और कमिश्नर से रिपोर्ट मंगवाने की बात कही और सदन की द्वितीय पाली में घटना से जुड़ी विस्तृत जानकारी देने का आश्वासन दिया।
इस मुद्दे को लेकर सदन में माहौल गरमाया रहा, लेकिन सरकार ने स्पष्ट किया कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए हरसंभव कदम उठाए जाएंगे।