छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के रायपुर और भिलाई स्थित आवासों पर बुधवार सुबह सीबीआई की टीम ने छापेमारी की। यह कार्रवाई महादेव बेटिंग ऐप मामले से जुड़ी हुई है, जिसमें हजारों करोड़ रुपये की ठगी का आरोप है।
इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी इस मामले में छापेमारी कर चुकी है। बुधवार सुबह सीबीआई अधिकारी पूर्व मुख्यमंत्री के घर पहुंचे और जांच शुरू की।
भूपेश बघेल का सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया
छापेमारी के बाद भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट किया:
“अब सीबीआई आई है। आगामी 8 और 9 अप्रैल को अहमदाबाद में होने वाली अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की बैठक के लिए गठित ड्राफ्टिंग कमेटी की मीटिंग में शामिल होने के लिए आज मेरा दिल्ली जाने का कार्यक्रम था, लेकिन उससे पहले ही सीबीआई मेरे रायपुर और भिलाई स्थित घर पहुंच गई है।”
क्या है महादेव बेटिंग ऐप मामला?
महादेव बेटिंग ऐप एक ऑनलाइन सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म था, जिसे अब बंद किया जा चुका है। इस ऐप के जरिए पोकर, कार्ड गेम्स, चांस गेम्स सहित क्रिकेट, बैडमिंटन, टेनिस, फुटबॉल और चुनावों में भी अवैध सट्टेबाजी कराई जाती थी।
इस ऐप का नेटवर्क सबसे ज्यादा छत्तीसगढ़ में फैला था और इसे अलग-अलग ब्रांच से संचालित किया जाता था। इसकी फ्रेंचाइजी सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल द्वारा बेची जाती थी।
कैसे चलता था सट्टेबाजी रैकेट?
शुरुआत में यूजर्स को लाभ दिया जाता था, लेकिन धीरे-धीरे वे भारी नुकसान में चले जाते थे।
ऐप से हुए मुनाफे का 80% हिस्सा सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल रखते थे।
इस रैकेट का एल्गोरिदम ऐसा बनाया गया था कि केवल 30% उपयोगकर्ता ही जीत पाते थे, जबकि 70% को नुकसान होता था।
सीबीआई इस पूरे मामले की जांच कर रही है और आगे भी कार्रवाई जारी रहने की संभावना है।