राधा गोविंद विश्वविद्यालय, रामगढ़ में पांच दिवसीय ड्रोन टेक्नोलॉजी बूट कैंप का भव्य समापन

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राधा गोविंद विश्वविद्यालय, रामगढ़ के इंजीनियरिंग संकाय द्वारा एनआईटी राउरकेला के सहयोग से आयोजित पांच दिवसीय “ड्रोन टेक्नोलॉजी बूट कैंप” का सफलतापूर्वक समापन हो गया। यह आयोजन 3 से 7 मार्च 2025 तक चला, जिसका समापन एक भव्य और रोमांचक ड्रोन शो के साथ हुआ। इस कार्यक्रम में देशभर से आए छात्रों, शोधकर्ताओं और टेक्नोलॉजी प्रेमियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।

प्रशिक्षण और विशेषज्ञ व्याख्यान

बूट कैंप के दौरान प्रतिभागियों को ड्रोन तकनीक की विभिन्न अवधारणाओं, डिजाइनिंग, असेंबलिंग, प्रोग्रामिंग और उड़ान तकनीकों पर गहन प्रशिक्षण दिया गया। इस प्रशिक्षण में विशेष रूप से निम्नलिखित विषयों पर विस्तृत सत्र आयोजित किए गए:

• ड्रोन की संरचना और उनके कार्यप्रणाली का विश्लेषण

• विभिन्न उद्योगों में ड्रोन टेक्नोलॉजी के अनुप्रयोग

• ड्रोन ऑपरेशन और उड़ान संबंधी सुरक्षा मानकों की जानकारी

• फ्लाइट सिमुलेशन और रियल-टाइम ड्रोन ऑपरेशन का व्यावहारिक अनुभव

बी.आई.टी मेसरा के प्रोफेसर डॉ. कौशिक कुमार ने “डिज़ाइन एनालिसिस एंड ऑप्टिमाइजेशन ऑफ फ्रेम फॉर क्वैड कॉप्टर ड्रोन” विषय पर व्याख्यान दिया, जिसमें उन्होंने क्वैड कॉप्टर के डिज़ाइन और कार्यक्षमता पर अपना शोध प्रस्तुत किया। इस सत्र ने छात्रों और शोधकर्ताओं को ड्रोन के स्ट्रक्चरल एनालिसिस और ऑप्टिमाइजेशन तकनीकों की महत्वपूर्ण जानकारी दी।

ड्रोन टेक्नोलॉजी के अनुप्रयोगों पर चर्चा

इस बूट कैंप में विभिन्न क्षेत्रों में ड्रोन टेक्नोलॉजी के उपयोग को लेकर विस्तृत चर्चा हुई। इनमें प्रमुख रूप से निम्नलिखित क्षेत्र शामिल रहे:

• कृषि: ड्रोन के माध्यम से फसलों की निगरानी और कीटनाशक छिड़काव

• रक्षा क्षेत्र: निगरानी और सुरक्षा व्यवस्था में ड्रोन का महत्व

• आपदा प्रबंधन: बाढ़, भूकंप और अन्य आपदाओं के दौरान राहत कार्यों में ड्रोन की भूमिका

• सर्वेक्षण: भूमि सर्वेक्षण, मैपिंग और इंफ्रास्ट्रक्चर मॉनिटरिंग में ड्रोन का उपयोग

समापन समारोह और ड्रोन शो

बूट कैंप के समापन अवसर पर एक भव्य ड्रोन शो आयोजित किया गया, जिसका संचालन एनआईटी राउरकेला की ‘उड़ान’ टीम के सदस्य शुभम कुमार और अभिलाष ने किया। इस दौरान कई अत्याधुनिक ड्रोन ने आकाश में शानदार कलाबाजियां दिखाईं, जिसने दर्शकों को रोमांचित कर दिया। यह शो बूट कैंप के प्रतिभागियों के लिए एक प्रेरणादायक अनुभव साबित हुआ।

सम्मान समारोह और प्रमाण पत्र वितरण

समापन समारोह में उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों में राधा गोविंद विश्वविद्यालय के कुलाधिपति बी. एन. साह, सचिव प्रियंका कुमारी, प्रति कुलपति डॉ. रश्मि, कुलसचिव डॉ. निर्मल कुमार मंडल, वित्त एवं लेखा पदाधिकारी डॉ. संजय कुमार, परीक्षा नियंत्रक डॉ. अशोक कुमार एवं प्रबंध समिति के सदस्य अजय कुमार शामिल रहे। इन सभी ने इस बूट कैंप की सफलता पर अपनी शुभकामनाएं व्यक्त कीं।

इसके अतिरिक्त, बी.आई.टी मेसरा के प्रोफेसर डॉ. कौशिक कुमार, एनआईटी राउरकेला के प्रोफेसर जे. श्रीनिवास, एवं फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के विभागाध्यक्ष डॉ. अवनीश कुमार ने छात्रों को प्रमाण पत्र वितरित किए। इस अवसर पर उन्होंने इस प्रकार के तकनीकी प्रशिक्षणों को बढ़ावा देने और छात्रों को नवाचार की ओर प्रेरित करने की आवश्यकता पर बल दिया।

कार्यक्रम की सफलता में योगदान देने वाले प्रमुख व्यक्ति

बूट कैंप के आयोजन में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले प्रमुख व्यक्तियों में इंजीनियरिंग विभाग की निशा रानी, डॉ. चिकेश रंजन, बिप्लब कुमार, डॉ. विश्व दीपक कुमार, डॉ. संजय कुमार, डॉ. धीरज कुशवाहा, अंजन कुमार तिवारी, सौरव कुमार एवं अन्य सभी व्याख्याताओं की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।

इस पांच दिवसीय बूट कैंप ने प्रतिभागियों को ड्रोन टेक्नोलॉजी के नवीनतम पहलुओं से अवगत कराया और उन्हें व्यावहारिक अनुभव प्रदान किया, जिससे भविष्य में इस क्षेत्र में अनुसंधान और विकास को बढ़ावा मिलेगा।