झारखंड एकेडमिक काउंसिल (JAC) द्वारा आयोजित मैट्रिक और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं स्थगित होने की आशंका बढ़ गई है। आठवीं और नौवीं की बोर्ड परीक्षाएं पहले ही स्थगित हो चुकी हैं, और अब मैट्रिक व इंटरमीडिएट परीक्षाओं पर भी संशय के बादल मंडरा रहे हैं। दरअसल, JAC के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का कार्यकाल 18 जनवरी को समाप्त हो चुका है, लेकिन अब तक नए अध्यक्ष की नियुक्ति नहीं हो पाई है, जिसके कारण परिषद की सभी गतिविधियां प्रभावित हो रही हैं।
परीक्षा कार्यक्रम पर संकट
हाल ही में जारी कार्यक्रम के अनुसार, मैट्रिक और इंटरमीडिएट की वार्षिक परीक्षाएं 11 फरवरी से 3 मार्च तक आयोजित होनी थीं। मैट्रिक की परीक्षा सुबह 9:45 बजे से दोपहर 1:00 बजे तक और इंटरमीडिएट की परीक्षा दोपहर 2:00 बजे से शाम 5:15 बजे तक प्रस्तावित थी। इसके साथ ही प्रायोगिक परीक्षाएं 4 मार्च से 20 मार्च के बीच आयोजित की जानी थीं। लेकिन अध्यक्ष की नियुक्ति में देरी के चलते ये सभी योजनाएं अधर में हैं।
एडमिट कार्ड और तैयारी भी रुकी
परीक्षाओं में 7,83,711 छात्रों के शामिल होने की उम्मीद है, जिनके लिए राज्यभर में 2,100 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। 27 जनवरी को एडमिट कार्ड जारी किए जाने की घोषणा की गई थी, लेकिन अध्यक्ष की नियुक्ति न होने के कारण यह प्रक्रिया भी रुक गई है।
शिक्षक नेताओं की नाराज़गी
शिक्षक नेता ऋषि तिवारी ने सरकार से शीघ्र अध्यक्ष की नियुक्ति करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि मूल्यांकन परीक्षाओं और उनके परिणाम पहले ही प्रभावित हो चुके हैं। यदि मैट्रिक और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं तय समय पर नहीं हुईं, तो लाखों छात्रों का भविष्य खतरे में पड़ जाएगा।
सरकार का आश्वासन
हालांकि, सरकार का दावा है कि जल्द ही JAC का अध्यक्ष नियुक्त कर परीक्षाओं को समय पर आयोजित करने का प्रयास किया जाएगा। लेकिन इस देरी से छात्रों के उच्च शिक्षा में दाखिले और भविष्य की योजनाओं पर गहरा असर पड़ सकता है।