पौष पूर्णिमा स्नान के बाद प्रयागराज महाकुंभ में मकर संक्रांति पर ‘शाही स्नान’ भी शुरू हो गया है, जिसे इस साल सरकार ने ‘अमृत स्नान’ का नाम दिया है। इस ‘अमृत स्नान’ के लिए अखाड़ों ने जुलूस निकालना शुरू कर दिया है। ‘अमृत स्नान’ के लिए सनातन धर्म के 13 अखाड़ों के संत पहला पवित्र स्नान कर रहे हैं। प्रयागराज महाकुंभ में अब तक 65 लाख से ज्यादा श्रद्धालु त्रिवेणी स्नान कर चुके हैं। दिनभर में तीन करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु स्नान करेंगे।
देवताओं के लिए भी दुर्लभ है शाही स्नान
श्रीपंचायत निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि ने कहा, “शाही स्नान दुर्लभ है, देवताओं के लिए भी दुर्लभ है। आज सूर्य उत्तरायण होंगे, देश के सभी संत इस तिथि का इंतजार करते हैं। भारतीय परंपरा में इस स्नान को लेकर काफी उत्सुकता रहती है। देवता भी इस स्नान को देखने के लिए तरसते हैं। आज करीब 3-4 करोड़ लोग पवित्र स्नान करेंगे।”
मकर संक्रांति पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने शुभकामनाएं देते हुए कहा, ‘मकर संक्रांति पर प्रदेशवासियों, सभी पूज्य संतों और श्रद्धालुओं को हार्दिक बधाई। यह जगत के पिता सूर्य देव के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का पर्व है।’
दो हिस्सों में बाटा संगम
डीआईजी वैभव कृष्ण ने बताया कि पुलिस की 9 टीमें सभी 13 अखाड़ों को एक-एक करके अमृत स्नान के लिए ले जाएंगी। यह प्रक्रिया शाम तक जारी रहेगी। वहां पुलिस और सीएपीएफ की टीमें तैनात की गई हैं। इस दौरान संगम को दो हिस्सों में बांटा गया है। एक हिस्से में अखाड़े पवित्र डुबकी लगाएंगे, दूसरी तरफ अन्य श्रद्धालु डुबकी लगाएंगे और बीच में सुचारू प्रबंधन सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा बल मौजूद रहेंगे।