गणतंत्र दिवस परेड में स्वर्णिम भारत, विरासत और विकास की झलक दिखेगी

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गणतंत्र दिवस परेड के दौरान 26 जनवरी को कर्तव्य पथ पर झांकियों के माध्यम से ” स्वर्णिम भारतः विरासत और विकास” की झलक प्रदर्शित की जायेगी।

रक्षा मंत्रालय ने सोमवार को बताया कि हर वर्ष राज्य, केंद्र शासित प्रदेश और केंद्र सरकार के मंत्रालय तथा विभाग गणतंत्र दिवस समारोह में कर्तव्य पथ पर अपनी झांकी दर्शाते हैं। इस बार गणतंत्र दिवस समारोह-2025 के लिए झांकी का विषय ‘स्वर्णिम भारतः विरासत और विकास’ रखा गया है।

इस वर्ष की शुरुआत से ही रक्षा मंत्रालय द्वारा झांकी से संबंधित विभिन्न गतिविधियों पर निर्णय लेने के लिए परामर्श प्रक्रिया अपनाई गई है। झांकी की गुणवत्ता में सुधार पर विचार-विमर्श के लिए इस वर्ष अप्रैल में वरिष्ठ अधिकारियों के स्तर पर एक बैठक आयोजित की गई थी। इसके माध्यम से प्राप्त विभिन्न सुझावों को प्रक्रिया में शामिल किया गया है। झांकी के लिए विषय-वस्तु भी राज्यो और केंद्र शासित प्रदेशों से प्राप्त सुझावों के आधार पर तय की गई थी।

गणतंत्र दिवस परेड में भाग लेने के लिए झांकियों के चयन के उद्देश्य से एक सुस्थापित प्रणाली मौजूद है, जिसके अनुसार रक्षा मंत्रालय सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों, केंद्रीय मंत्रालयों तथा विभागों से झांकियों के लिए प्रस्ताव आमंत्रित करता है। झांकियों के प्रस्तावों का मूल्यांकन विशेषज्ञ समिति की बैठकों की एक श्रृंखला में किया जाता है, जिसमें कला, संस्कृति, चित्रकला, मूर्तिकला, संगीत, वास्तुकला, नृत्यकला आदि क्षेत्र के प्रतिष्ठित व्यक्ति शामिल होते हैं।

गणतंत्र दिवस परेड के महत्वपूर्ण घटकों में से एक झांकी है। परेड की कुल अवधि में झांकियों के लिए आवंटित समय को देखते हुए विशेषज्ञ समिति द्वारा झांकियों का चयन किया जाता है।

गणतंत्र दिवस परेड-2025 के लिए कर्तव्य पथ पर अपनी झांकियां प्रदर्शित करने के लिए जिन 15 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों का चयन किया गया है, उनमें आंध्र प्रदेश, बिहार, चंडीगढ़, दादर नगर हवेली और दमन व दीव, गोवा, गुजरात, हरियाणा, झारखंड, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, पंजाब, त्रिपुरा, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल शामिल हैं।

इसके अलावा, केंद्र सरकार के 11 मंत्रालयों और विभागों को भी गणतंत्र दिवस परेड-2025 के लिए चुना गया है।

सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को, चाहे उनका चयन कर्तव्य पथ के लिए कुछ भी हो, लाल किले में भारत पर्व (26-31 जनवरी 2025) के दौरान अपनी झांकियां प्रदर्शित करने हेतु आमंत्रित किया जाता है।