1980 के दशक से झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन के साथ अलग झारखंड राज्य आंदोलनकारी और वर्तमान में झामुमो के केंद्रीय महासचिव विजय कुमार सिंह का सोमवार को 78 वर्ष की आयु में निधन हो गया. वह काफी दिनों से बीमार चल रहे थे. दुमका स्थित उनके आवास में उन्होंने अंतिम सांस ली.
विजय कुमार सिंह के निधन पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर शोक जताते हुए उन्हें अपना अभिभावक बताया और कहा कि आदरणीय बाबा के साथ वे लंबे समय तक झारखंड राज्य के लिए संघर्ष किया. उनका जाना हमारे लिए व्यक्तिगत क्षति है. इस दुख की घड़ी में हमारी पार्टी उनके साथ खड़ी है.
संथाल क्षेत्र के सबसे वरीय झामुमो कार्यकर्ता के रूप में पहचान
विजय कुमार सिंह की पहचान लंबे समय से झारखंड मुक्ति मोर्चा के वरीय कार्यकर्ता के तौर पर रही. वर्तमान में वे पार्टी के केंद्रीय महासचिव का पद संभाल रहे थे. वे 1980 से शिबू सोरेन के साथ मिलकर अगल झारखंड राज की मांग को लेकर लगातार आंदोलन करते रहे. साथ ही जब शिबू सांसद थे तो वे उनके सांसद प्रतिनिधि बने.
विजय कुमार सिंह पेशे से अधिवक्ता थे और दुमका जिला बार एसोसिएशन के कई बार वे अध्यक्ष भी बने. इसके साथ ही अर्जुन मुंडा के मुख्यमंत्रित्व काल में जब शिबू सोरेन की अध्यक्षता में झारखंड राज्य स्टेयरिंग कमेटी का गठन हुआ था. उस समय विजय कुमार सिंह स्टेयरिंग कमेटी के सदस्य बनाए गए थे.
दुमका सांसद नलिन सोरेन सहित कई विधायक पहुंचे उनके आवास
झामुमो नेता विजय कुमार सिंह के निधन की खबर सुनकर उनके आवास पर काफी संख्या में लोग एकत्रित हो गए. खास तौर पर दुमका सांसद नलिन सोरेन, जामा विधायक लुईस मरांडी, शिकारीपाड़ा विधायक आलोक कुमार सोरेन सहित काफी संख्या में लोग पहुंचकर अपनी शोक संवेदना व्यक्त की और परिवार वालों को ढांढस बंधाया.
सांसद नलिन सोरेन ने कहा कि उनका जाना हमारी पार्टी के लिए अपूरणीय क्षति है. उन्होंने काफी मेहनत से इस क्षेत्र में झारखंड मुक्ति मोर्चा को मजबूत बनाया था और गुरुजी के संदेशों को जन-जन तक पहुंचाने बड़ी भूमिका अदा की. उन्होंने कहा कि वे मृदुभाषी और मिलनसार व्यक्ति थे, उनका जाना मेरे लिए यह व्यक्तिगत क्षति है.