बंगाल सरकार द्वारा आलू लोड ट्रकों को झारखंड में आने से रोके जाने के बाद राज्य भर की मंडियों पर दिख रहा असर

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झारखंड पश्चिम बंगाल के बॉर्डर धनबाद के डिबुडीह में पिछले पांच दिनों से सैकड़ों आलू लोड ट्रक खड़े है. यह सभी ट्रक बंगाल से धनबाद के रास्ते झारखंड के अलग अलग मंडियों में जाना था. पर बंगाल सरकार ने अपने राज्य से जाने वाली आलू के ट्रास्पोर्टिंग पर रोक लगा दी है. इस रोक की वजह से धनबाद के बाजार पर इसका सीधा असर देखने को मिल रहा है. राज्य में आलू की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं, जिससे न केवल आम जनता बल्कि व्यापारियों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. मौजूदा समय में लोकल बाजार में नए आलू 60 से 80 रुपए प्रति किलो बिक रहे हैं. जबकि पुराने आलू 35 से 40 रुपए प्रति किलो के भाव से बिक रहे हैं.

इस मामले में धनबाद के कृषि बाजार के व्यापारियों ने बताया कि ठोक बाजार में आलू की कीमतें तेजी से बढ़ रही हैं. वर्तमान में एक बोरी आलू 1320 से 1350 रुपये के बीच बिक रही है. अगर यह स्थिति जारी रही, तो आने वाले दिनों में आलू के दाम और बढ़ सकते हैं. आलू के दाम बढ़ने से लोग काफी परेशान हैं. यह रोजमर्रा के खानपान का अहम हिस्सा है, और इसकी कीमतों में बढ़ोतरी से महिलाओं की रसोई का खर्च बढ़ गया है. सरकार को इसको लेकर जल्द ही कोई ठोस कदम उठाने चाहिए. हालांकि इस मामले में झारखंड सरकार बंगाल की सरकार से बात कर रही है. लेकिन इस समस्या का समाधान कब तक हो पाएगा यह कहना काफी मुश्किल है.

बंगाल सरकार ने झारखंड से सटे धनबाद, दुमका पाकुड़ समेत कई बॉर्डर पर आलू से भरे सैकड़ो ट्रैकों को पिछले पांच दिन से रोके रखा है. जिसे धनबाद समेत राज्य भर में आलू की किल्लत उत्पन्न हो गई है.