संविधान दिवस समारोह के अवसर पर सुप्रीम कोर्ट में पीएम मोदी ने कहा, यह भारतीय संविधान का 75वां वर्ष है – यह देश के लिए बहुत गर्व की बात है. मैं संविधान और संविधान सभा के सभी सदस्यों को नमन करता हूं. हम यह नहीं भूल सकते कि आज मुंबई में हुए आतंकी हमले की भी बरसी है. जिन लोगों ने अपनी जान गंवाई, मैं उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं. मैं देश के संकल्प को भी दोहराना चाहता हूं – भारत की सुरक्षा को चुनौती देने वाले सभी आतंकवादी संगठनों को करारा जवाब मिलेगा.
पीएम मोदी ने आपातकाल की चर्चा करते हुए कहा, ”हमने देश में आपातकाल देखा है – हमारे संविधान ने लोकतंत्र के सामने आई इस चुनौती का सामना किया है. यह संविधान की ही ताकत है कि आज जम्मू-कश्मीर में बाबा साहेब अंबेडकर का संविधान पूरी तरह से लागू हो रहा है. आज पहली बार वहां (जम्मू-कश्मीर में) संविधान दिवस मनाया जा रहा है.”
संविधान दिवस समारोह के अवसर पर सुप्रीम कोर्ट में बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा, आज ये आसान लगता है कि लोगों के पास नल का पानी पहुंच गया है, लेकिन आजादी के 75 साल बाद भी सिर्फ 3 करोड़ घरों में ये सुविधा थी. संविधान की मूल प्रति में भगवान राम, माता सीता, हनुमान, भगवान बुद्ध, महावीर, गुरु गोविंद सिंह की तस्वीरें हैं. भारतीय संस्कृति के प्रतीक चित्र इसलिए हैं ताकि वे हमें मानवीय मूल्यों की याद दिला सकें. ये मानवीय मूल्य आज के भारत की नीतियों और निर्णयों का आधार हैं.