पोड़ैयाहाट विधानसभा सीट पर झारखंड निर्माण के बाद इस बार पहला मौका है, जब कांग्रेस और भाजपा के बीच सीधा मुकाबला है. क्योंकि हर बार यहां त्रिकोणत्मक मुकाबला होता आया है. कांग्रेस के टिकट पर प्रदीप यादव पहली बार चुनावी अखाड़े में हैं, जो लगातार पांच बार चुनावी जीत दर्ज कर चुके हैं. वहीं, भाजपा की ओर से देवेंद्रनाथ सिंह को उम्मीदवार बनाया गया है. देवेंद्रनाथ सिंह को 2014 में भाजपा ने आजमाया था. इस दौरान भाजपा को हार का सामना करना पड़ा था.
झारखंड की राजनीति में प्रदीप यादव तेज तर्रार मुखर वक्ता के रूप में अपनी पहचान रखते हैं. इतना ही नहीं प्रदीप यादव को सर्वश्रेष्ठ विधायक से भी सम्मानित किया जा चुका है. इस बार प्रदीप यादव को सीधा-सीधा झामुमो का समर्थन प्राप्त है लेकिन इससे पूर्व झामुमो की उम्मीदवारी से मुकाबला त्रिकोणत्मक होता था. प्रदीप यादव ने इटीवी भारत से खास बातचीत की है.
उन्होंने बताया कि इस बार भी जीत पक्की है. इसकी वजह है कि उन्होंने कभी नेता बनकर नहीं बल्कि एक परिवार के सदस्य अर्थात बेटा बनकर काम किया है. चौबीस घंटे जनता के बीच उनके सुख दुख का भागीदार बनते आया हूं.
उन्होंने कहा कि चुनाव को चुनौती के रूप में ही लिया जाता है, क्योंकि जनता भोली भाली है. लोग उन्हें अपने तरीके से बरगलाते हैं. पिछले लोकसभा में हार का सामना करना पड़ा लेकिन पोड़ैयाहाट के लोग हमारे परिवार के सदस्य की तरह हैं. पोड़ैयाहाट विधानसभा के 90 प्रतिशत गांव सड़क से जुड़ गए हैं. हर पंचायत में प्लस टू हाई स्कूल है, बिजली है, पीने का पानी हर गांव को मिल रहा है. डिग्री कॉलेज, मॉडर्न कॉलेज, कृषि महाविद्यालय है. उन्होंने कहा कि विकास सतत प्रक्रिया है, जो जारी रहेगी.
उन्होंने कहा कि पोड़ैयाहाट क्षेत्र कृषि प्रधान है. सिंचाई सुविधा पर और काम करने की दरकार है. साथ ही रोजगार के उपाय पर ध्यान देने की जरूरत है. पोड़ैयाहाट को एजुकेशन हब बनाने की दिशा में काम चल रहा है, जिससे लोगों को पढ़ाई या फिर किसी प्रकार की तकनीकी शिक्षा के लिए बाहर न जाना पड़े. ये उनके आगामी रोड मैप का हिस्सा है.
गौरतलब है कि प्रदीप यादव इंडिया गठबंधन का बड़ा चेहरा हैं. बता दें कि गोड्डा में अडानी पावर प्लांट की स्थापना काल में किसानों और रैयतों के हित की लड़ाई में उन्हें पांच माह तक जेल में रहना पड़ा था. इस मसले पर वे सरलता से कहते हैं कि पार्टी के सिपाही की हैसियत से काम किया है.
बता दें कि प्रदीप यादव पोड़ैयाहाट से लगातार भाजपा के टिकट पर 2000, 2005 और झाविमो के टिकट पर 2009, 2014 और 2019 चुनाव जीतते आए हैं. इसके अलावा 2002 के उपचुनाव में गोड्डा लोकसभा जीत कर तीन साल के लिए सांसद भी रहे हैं. ऐसे मे प्रदीप यादव लगातार छठी जीत की तलाश में चुनावी अखाड़े में हैं.