वोटिंग से एक दिन पहले झारखंड-बंगाल में ईडी की रेड

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झारखंड में पहले चरण के वोटिंग से एक दिन पहले ईडी ने कार्रवाई की है। रांची के बरियातू इलाके के होटल स्काई लाइन, आश्वी डायग्नोसिस समेत छह ठिकानों की तलाशी ले रही है। ईडी की टीम बंगाल में भी छापेमारी कर रही है। जानकारी के मुताबिक दोनों राज्यों को मिला कर कुल 17 जगहों पर छापेमारी कर रही है।

यह छापेमारी बांग्लादेशी घुसपैठ, देह व्यापार और इससे संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग की आशंका को लेकर की जा रही है। दरअसल, रांची पुलिस ने जून में बरियातू थाना क्षेत्र के हिल व्यू रोड बाली रिजॉर्ट से तीन संदिग्ध बांग्लादेशी युवतियों को गिरफ्तार किया था।

गिरफ्तार तीनों युवतियों की पहचान बांग्लादेश के चटग्राम की रहने वाली निंपी बिरूआ, समरीन अख्तर व निपा अख्तर के रूप में हुई थी। तीनों ही युवतियों ने पुलिस को बताया था कि उन्हें मनीषा राय नामक की एक अन्य लड़की की मदद से बांग्लादेश से जंगल के रास्ते पहले कोलकाता फिर वहां से रांची लेकर आई थी। उन्हें ब्यूटी सैलून में जॉब दिलाने की बात कही गई थी, लेकिन यहां उनसे जिस्म फरोशी कराई जाने लगी।

पुलिस ने गिरफ्तार बांग्लादेशी युवतियों से मिली जानकारी के आधार पर बरियातू थाने में चार जून को एफआईआर (संख्या 188/2024) दर्ज किया है। रांची के बरियातू थाने में आईपीसी 1860 की धारा 420, 467, 468, 471 और 34, पासपोर्ट अधिनियम 1967 की धारा 12, विदेशी अधिनियम 1946 की धारा 14-ए के तहत यह केस दर्ज हुआ था।

ईडी इस मामले को बांग्लादेशी महिलाओं की तस्करी, घुसपैठ और इसके जरिए मनी लान्ड्रिंग की संभावना मानते हुए पीएमएलए के तहत केस दर्ज कर कार्रवाई कर रही थी। आज की रेड उसी कार्रवाई का हिस्सा है।

पुलिस ने बाली रिजॉर्ट से जिन 3 लड़कियों को गिरफ्तार किया था। उसे कोर्ट से 10-10 हजार रुपए के निजी मुचलके पर इसी शर्त पर जमानत दी थी कि वे मामले में अनुसंधान के दौरान जांच एजेंसी को सहयोग करेंगी। 20 दिन पहले जब ईडी मामले की जांच को लेकर बरियातू थाने गई थी तब बरियातू थाना प्रभारी मनोज कुमार से पूछा गया कि तीनों युवतियां कहां हैं, तो उन्होंने बताया कि इसकी जानकारी नहीं है। बरियातू पुलिस ने इनके पास से जो आधार कार्ड जब्त किया था, वह भी फर्जी था।